बालपुर गोंडा। सरयू नहर परियोजना चालू होने के सालभर बाद भी क्षेत्र के करीब तीन दर्जन गांवों के हजारों किसानों के गेंहू की फसल की सिंचाई नहीं हो पा रही है। नहर की खुदाई में किसानों की बेस कीमती भूमि भी चली गई। करीब ढाई दशक बाद सरयु नहर के चालू होने के बावजूद इस क्षेत्र के किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं नसीब हो रहा है। इससे क्षेत्र के किसान खासे परेशान है और उन्हें अपने खेत की सिंचाई के लिए महंगा डीजल खरीदना पड़ रहा है।
सरयु नहर की शाखा धनई पट्टी माइनर की लंबाई करीब 19 किलोमीटर की खोदाई पूरी की जा चुकी है। धनई पट्टी मुख्य नहर की 9 माइनर शाखाएं है इससे इसका कुल दायरा बढ़कर करीब 95 किलोमीटर का हो जाता है। परसागोण्डरी,सोनहरा,हाडियागाड़ा,गोगिया, सालपुर धौताल, धानी, धनखर, ठकुरापुर, नरायनपुर मर्दन, सरैंया चौबे, तुलसीपुर, चांदपुर, खरगूपुर, दुल्लापुर, ठड़क्की पट्टी, धनई पट्टी समेत 17 गांव धनईपट्टी मुख्य नहर से सीधे जुड़े हुए हैं।
धनईपट्टी मुख्य नहर के 9 माइनर है। इनमें सबसे पहले बेलवानोहर माइनर करीब 8 किलोमीटर का है। इसके तहत बेलवानोहर,सालपुर धौताल, धनखर, डोमा कल्पी, ज्ञानपुर सुभागपुर समेत 6 गांव आते है। दूसरे नंबर पर दुरगोंडवा माइनर करीब 3 किलोमीटर का है इसमें दुरगोंडवा व नरायनपुर मर्दन समेत दो ग्रामपंचायतों के ज्यादातर गांव शामिल है। तीसरे नंबर करनपुर माइनर करीब 3 किलोमीटर का है इसमें तुलसीपुर व करनपुर ग्रामपंचायतों के ज्यादातर गाँव शामिल है।चौथे नंबर चांदपुर माइनर करीब तीन किलोमीटर का है इसके तहत चांदपुर ग्रामपंचायत के ज्यादातर गांव आते है।
पांचवें नंबर पर खरगूपुर माइनर करीब 3.5 किलोमीटर की है। इसमें खरगूपुर ग्रामपंचायत के ज्यादातर गांव आते है। छठे नंबर गोड़वा माइनर करीब 4 किलोमीटर की है। इसके तहत खरगूपुर व दुल्लापुर ग्रामपंचायत के ज्यादातर गांव आते है। सातवें नंबर पर भटपुरवा माइनर करीब 9 किलोमीटर की है। इसके तहत ठड़क्कीपट्टी, धनई पट्टी, माधवपुर, हरखापुर,लव्वाटेपरा, चिरेबसना,निहालपुर समेत 7 ग्रामपंचायतों के ज्यादातर गांव आते है।आठवें नंबर पर लव्वाटेपरा माइनर करीब 3.5 किलोमीटर का है। इसमें लव्वाटेपरा, धनईपट्टी, विरसिंहपुर समेत तीन गांवों के क्षेत्र आते है। नौवें नंबर पर डिडिसिया कला माइनर करीब 5.5 किलोमीटर लंबा है। इसमें डिडिसिया कला, हरखापुर व खरगूपुर समेत तीन ग्रामपंचायतों के गांव आते है।
एक्सईएन सिंचाई विभाग सतीश कुमार यह नहीं बता पाए कि धनई पट्टी नहर कब तक चालू हो पायेगी। उल्टे उन्होंने किसानों पर आरोप मढ दिया कि क्षेत्र का कोई किसान पानी लेना नहीं चाहते है। किसानों की समस्या के प्रति वह कितना गम्भीर है इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।