बालपुर गोंडा। प्राथमिक विद्यालय गांधीग्राम परसागोंडरी का चारदीवारी निर्माण भूमि विवाद के चलते नहीं हो पा रहा है। स्थापना के 29 सालों में इस विद्यालय को अपना मूल भवन तक नहीं मिल पाया है। इससे चार अतिरिक्त कक्षा कक्षों में इस विद्यालय का संचालन किया जा रहा है।
प्राथमिक विद्यालय गांधीग्राम परसा गोंडरी के प्रधानाध्यापक बृजेश कुमार चौधरी है। सहायक अध्यापिका कोमल मिश्रा चाइल्ड केयर अवकाश पर एक माह से है। पल्लवी पाण्डेय, सुरेश कुमार तिवारी समेत तीन सहायक अध्यापक हैं। शिक्षामित्र संतोष रानी व ओम प्रकाश तिवारी है। कुल पंजीकृत छात्र संख्या 145 है इसके सापेक्ष सोमवार को 100 छात्र उपस्थित रहे। चारदीवारी न होना यहां की सबसे बड़ी समस्या है। एक गाटा में कई लोगों के हिस्से हैं इसलिए यहां भूमि विवाद है। चारदीवारी न बनना यहां की सबसे बड़ी समस्या है। डेढ़ बीघा बंजर भूमि में विद्यालय का निर्माण कराया गया है। स्थापना के 29 सालों बाद यह भूमि विद्यालय के नाम नहीं कराई जा सकी है।
बंजर भूमि में विद्यालय के साथ अन्य लोगों की भी भूमि करीब इतनी ही है। कई बार पैमाईश के लिए राजस्व के तहसीलदार लेखपाल कानूनगो आ चुके है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। यदि विद्यालय भूमि नाप कर अलग कर दी जाती है तो अन्य हिस्सेदारों की जमीन नहीं बचती है और यदि अन्य हिस्सेदारों को भूमि दे दी जाती हैं तो विद्यालय की भूमि नहीं बचती है। तीन बार रिबोर होने के बावजूद इकलौता इंडिया मार्का हैंड पंप दूषित पानी दे रहा है। सबमर्सिबल चालू हालत में है। यहां 6 अतिरिक्त कक्षा कक्ष बने हुए हैं इनमें 2 जर्जर है।29 सालों से बिना मूल भवन के अतिरिक्त कक्षा कक्षों में यह विद्यालय 1996 से संचालित हो रहा है।
ग्रामसभा की राजनीति के चलते राज्यपाल के नाम घिवपुरवा गांव में एक बीघा भूमि विद्यालय के नाम बैनामा होने के बावजूद वहां भवन निर्माण न कराकर दूसरी भूमि पर निर्माण करा दिया गया। 29 सालों में इस विद्यालय को अपना भवन तक नसीब नहीं हो पाया है। सफाई कर्मी की तैनाती न होने के चलते सभी विद्यालयों की शौचालय से परिसर तक की सफाई व्यवस्था चौपट होकर रह गई है। खण्ड शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार तिवारी ने बताया कि भूमि विवाद होने के चलते गांधी ग्राम विद्यालय की चारदीवारी नहीं बन पा रही है। इसका मूल भवन न होने के मामले को वह देखवा रहे हैं।