गोंडा, 23 जनवरी। 2025 जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने प्रशासन और आम जनता के बीच संवाद को सुदृढ़ बनाने और समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के लिए “नागरिक संगम” कार्यक्रम की शुरुआत की। गुरुवार को इमामबाड़ा बड़ी संगत मंदिर के मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में नागरिकों ने हिस्सा लिया और अपनी समस्याएं जिलाधिकारी के समक्ष रखीं।
*समस्याओं का मौके पर समाधान*
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने व्यक्तिगत रूप से नागरिकों की शिकायतें सुनीं और कई मामलों का समाधान मौके पर ही सुनिश्चित किया। उनका यह कदम गोंडा में प्रशासन को जनता के करीब लाने और प्रशासनिक कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने का प्रयास है। जिलाधिकारी ने कहा, “सभी समस्याओं का समाधान समयबद्ध और प्रभावी तरीके से करना प्रशासन की प्राथमिकता है। स्वच्छता और जनसुविधाओं को बनाए रखना हमारा कर्तव्य है।”
*प्रमुख शिकायतों का निस्तारण और स्थलीय निरीक्षण*
कार्यक्रम के दौरान नागरिकों ने दयाराम तालाब में अवैध जल निकासी और अतिक्रमण की शिकायतें कीं। जिलाधिकारी ने तुरंत संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई का निर्देश दिया और कार्यक्रम के बाद तालाब का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वच्छता सुनिश्चित करने, अतिक्रमण हटाने और अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया।
रकाबगंज मोहल्ले में मलबा डाले जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने नगरपालिका अधिकारियों को तत्काल इसे हटाने का निर्देश दिया। मौके पर ही मलबा हटवा दिया गया। फैजाबाद रोड और अन्य क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए उन्होंने जलभराव और सफाई व्यवस्था का जायजा लिया और अधिकारियों को लापरवाही न बरतने की सख्त चेतावनी दी।
*अन्य विभागीय कार्रवाइयां*
कार्यक्रम में नगर पालिका, स्वास्थ्य, शिक्षा, विद्युत, और समाज कल्याण विभाग के शिविर लगाए गए, जहां नागरिकों की शिकायतों का निस्तारण किया गया। विद्युत विभाग ने मीटर संबंधित शिकायतों को मौके पर हल किया। नगर पालिका की QRT टीम ने रकाबगंज वार्ड में त्वरित कार्रवाई करते हुए समस्या का समाधान किया।
*सफल कार्यक्रम के लिए जिलाधिकारी की पहल*
“नागरिक संगम” के दौरान जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनता की समस्याओं को प्राथमिकता के साथ गंभीरता से लें और समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें।
इस जनसंवाद कार्यक्रम में जिलाधिकारी के साथ अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, एसडीएम सदर अवनीश त्रिपाठी, अधिशासी अधिकारी संजय कुमार मिश्र, और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। उनकी सक्रियता और समन्वय से यह कार्यक्रम सफल रहा।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा की यह पहल प्रशासनिक पारदर्शिता और जनहित के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है। उनकी त्वरित कार्रवाई और निर्णय लेने की क्षमता ने गोंडा में प्रशासनिक व्यवस्था को नई दिशा दी है।