Home Action जनशिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर 2 एडीओ समेत 3 पर डीएम...

जनशिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर 2 एडीओ समेत 3 पर डीएम ने गिराई गाज

417
0

शिकायतकर्ता को 7 महीने से दौड़ा रहे थे अधिकारी, डीएम ने दिए सात दिन में समाधान के निर्देश

गोंडा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने मंगलवार को हलधरमऊ विकासखण्ड के पूर्व सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) समेत तीन के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि जारी कर दी है। करनैलगंज में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर इन अधिकारियों द्वारा जनशिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने की पुष्टि हुई थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि यह अधिकारी शिकायतकर्ता को बीते सात महीने से दौड़ा रहे थे।खण्ड विकास अधिकारी हलधरमऊ को उपरोक्त प्रकरण का नियमानुसार निस्तारण कराकर एक सप्ताह में अवगत कराने के निर्देश दिए गए हैं।

करनैलगंज में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर मंगलवार को रामछबीले मिश्र ओर से इस आशय का प्रत्यावेदन प्रस्तुत किया गया कि प्रार्थी के सगे भाई पशुपति नाथ पुत्र अम्बिका प्रसाद अविवाहित थे। उनकी मृत्यु के पश्चात विपक्षी चन्द्र प्रकाश द्वारा फर्जी व कूटरचित तरीके से परिवार रजिस्टर में मृतक पशुपति नाथ के पुत्र के रूप में अपना नाम दर्ज करा लिया। विपक्षी द्वारा यह कृत्य प्रार्थी के भाई पशुपति नाथ की सम्पत्ति को हड़पने की नीयत से किया गया है।

अगस्त 2023 में की थी पहली शिकायत

प्रार्थी ने बताया कि उनके द्वारा इस सम्बन्ध में बीती 25 जुलाई और 29 अगस्त को शिकायती पत्र देने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जिलाधिकारी के स्तर पर की गई प्रारंभिक जांच में ग्राम पंचायत अधिकारी गोनवा सर्वेश कुमार, तत्कालीन सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) गिरजेश पटेल और तत्कालीन सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) महेन्द्र प्रताप सिंह की जिम्मेदारी तय की गई। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि संबंधित अधिकारियों को अपने स्तर पर उपरोक्त शिकायती पत्रों पर विधिवत जांचोपरान्त नियमानुसार कार्यवाही की जानी चाहिए थी। इनके द्वारा तत्समय कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसके चलते इन तीनों को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की गई है। जिला पंचायत राज अधिकारी को इसका अंकन संबंधितों के सेवा अभिलेखों में कराने के निर्देश दिए गए हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here