बालपुर गोंडा। जिले के मैजापुर रेलवे स्टेशन (Code MIR) के पास स्थित सड़क की बदहाली से परेशान किसानों और आम नागरिकों के लिए राहत की उम्मीदें धूल धूसरित होकर रह गई हैं। बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड, इकाई-मैजापुर ने एक बार फिर रेलवे प्रशासन को पत्र लिखकर इस सड़क की मरम्मत कराने की मांग की है।
चीनी मिल के मुख्य महाप्रबंधक द्वारा मंडल रेल प्रबंधक (इंजीनियरिंग), पूर्वोत्तर रेलवे, लखनऊ को लिखे गए पत्र में स्पष्ट किया गया है कि यह सड़क एनईआर रेलवे की स्वामित्व वाली भूमि पर स्थित है और लगभग 25,000 किसानों और 1,00,000 आम नागरिकों के लिए जीवनरेखा के समान है। यह मार्ग किसानों को चीनी मिल तक जोड़ने के साथ-साथ कस्बे और तहसील को भी आपस में जोड़ता है।
बलरामपुर चीनी मिल्स द्वारा पहले भी इस मुद्दे को रेलवे प्रशासन के समक्ष उठाया गया था। ऑनलाइन शिकायत क्रमांक MORLY/E/2024/0023295 (31-08-2024) और MORLY/E/2024/0030637 (14-11-2024) के तहत मरम्मत कार्य की मांग की गई थी। रेलवे प्रशासन ने 09-09-2024 को अपने पत्र संख्या ड/577/लज०/ऑनलाइन/सीपीग्राम/ड-4बी/471 के माध्यम से मरम्मत का आश्वासन भी दिया था, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से जिला प्रशासन, गोंडा द्वारा चीनी मिल का पेराई सत्र 09-11-2024 से प्रारंभ कर दिया गया था। इस दौरान किसानों को अपने गन्ने की आपूर्ति के लिए इसी जर्जर सड़क से गुजरना पड़ता है, जिससे उनकी ट्रॉलियां पलटने की घटनाएं लगातार हो रही हैं। इससे न केवल किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है, बल्कि दुर्घटनाएं भी हो रही हैं, जो कभी-कभी घातक साबित होती हैं।
बलरामपुर चीनी मिल्स ने रेलवे प्रशासन से पुनः अनुरोध किया है कि जनहित, किसानहित और लोकहित को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द इस सड़क की मरम्मत कराई जाए। यदि इस पर शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई, तो यह समस्या और गंभीर हो सकती है, जिससे किसानों और आमजन को भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा। रेलवे के आईडब्लू महराज ने बताया कि इस सड़क के निर्माण के लिए उनको उच्चाधिकारियों की ओर से कोई निर्देश नहीं मिल रहा है। जब तक एक्सईएन स्तर के अधिकारी का उनको कोई निर्देश इस बारे में नहीं मिलता तब तक वह कोई काम नहीं करा सकते हैं।