बालपुर गोंडा। 18 साल में कुंवरपुर प्राथमिक विद्यालय का भवन अत्यधिक जर्जर हो गया। बरसात में इसकी छत टपकती रहती है। यहां लगी करीब आधा दर्जन पानी की टोटी कई साल पहले चोरी हो गई। इससे यहां की पेयजल व्यवस्था ध्वस्त हो गई।प्राथमिक विद्यालय गौरवाखुर्द में 26 साल में दो अतिरिक्त कक्षा कक्ष जर्जर होकर ढहने के कगार पर पहुंच गए हैं।
हलधरमऊ शिक्षा क्षेत्र का कुंवरपुर अमरहा प्राथमिक विद्यालय के भवन का निर्माण सन् 2007 में कराया गया। 18 साल में ही इस विद्यालय का तीन कमरों का भवन अत्यधिक जर्जर हो गया। बरसात में इसकी छत टपकती रहती है। इससे बैठने वाले छात्रों व शिक्षकों परेशानी उठानी पड़ रही है। यहां लगी आधा दर्जन पानी की टोटी कई साल पहले चोरी हो गई। इससे यहां की शुद्ध पानी मिलने की व्यवस्था दुर्दशाग्रस्त होकर रह गई है। यहां लगे सबमर्सिबल पम्प का समुचित इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। प्राथमिक विद्यालय कुंवरपुर अमरहा के प्रधानाध्यापक रवींद्र प्रताप सिंह ट्रेनिंग को लेकर जिले पर गए हुए बताए गए।
इस तरह से वह बुधवार को विद्यालय से नदारद रहे और नहीं मौके पर नहीं मिले।सहायक अध्यापक अभिषेक कुमार द्विवेदी, मीनाक्षी रानी व शिक्षामित्र अनीता पाण्डेय छात्रों को पढ़ाते हुए मिले। इस विद्यालय में कुल 89 पंजीकृत छात्रों की संख्या के सापेक्ष 55 छात्र उपस्थित मिले। यहां का सफाई कर्मी कभी नहीं आता है और उसको गांव वाले जानते पहचानते तक नहीं है। इससे विद्यालय में गंदगी की भरमार है। लीला देवी व गुंजा देवी समेत दो रसोईयों का चार माह का मानदेय बकाया है।
प्राथमिक विद्यालय गौरवाखुर्द में आशीष कुमार पाण्डेय इंचार्ज प्रधानाध्यापक हैं। सहायक अध्यापिका रिया यादव, द्विवेदी कुमार सोनी शिक्षामित्र कृष्णा सिंह समेत तीन लोग कार्यरत हैं। इस विद्यालय में कुल 116 पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष 96 छात्र उपस्थित मिले। मरम्मत योग्य होने के बावजूद यहां के किचन भवन का कायाकल्प के तहत मरम्मत नहीं कराया जा सका है। यहां का तीन कमरे का मुख्य भवन का निर्माण सन् 2000 में कराया गया। यहां 1996 मे बने 6 अतिरिक्त कक्षा कक्ष बने हुए हैं इनमें से दो का भवन अत्यधिक जर्जर है और चार इस्तेमाल लायक हैं। विद्यालय परिसर अत्यधिक नीचा होने के चलते मिट्टी पटान की जरूरत है।
इस विद्यालय की पानी की टोटी चोर खोल ले गए और सबमर्सिबल खराब है। सूरज प्रताप, सुधा देवी व सीमा समेत तीन रसोईयों का मानदेय 6 माह से नहीं मिला है। इससे उनको अपने दैनिक जीवन यापन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खण्ड शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार तिवारी ने बताया कि शिक्षा क्षेत्र हलधरमऊ के विद्यालय के जर्जर भवनों की सूची भेजी जा चुकी है। जैसे ही इन विद्यालयों के ढहाने का आदेश मिलता है इस पर तत्काल काम शुरू कर दिया जाएगा। रसोईयों का मानदेय अभी जुलाई माह तक का ही आया और इसके बाद का बकाया है।