बालपुर गोंडा। सालों पहले राष्ट्रीय पंचायतीराज एक्ट लागू होने के बावजूद घूंघट के ओट के बाहर महिला ग्राम प्रधान नहीं निकल पा रही है। इस तरह से इस विकास क्षेत्र में 35 ग्राम पंचायतों की प्रधानी घर की ड्योढ़ी तक सिमट कर रह गई है। उनका ज्यादातर काम उनके पति या बेटे प्रतिनिधि बनकर निपटाते रहते हैं। जबकि शासन व सरकार की मंशा की हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढे इस पर पानी फिर रहा है। महिला ग्राम प्रधानों को उनके परिवार के लोग ही आगे नहीं निकलने दे रहे हैं और बाधक बने हुए है। साथ में विभागीय अधिकारी व कर्मचारी पंचायती राज अधिनियम को पलीता लगा रहे हैं।
हलधरमऊ विकास क्षेत्र में कुल 68 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें से 35 ग्रामपंचायतों के प्रधान पद महिला ग्राम प्रधान पदारूढ़ है। इस तरह से हलधरमऊ विकास क्षेत्र में आधे से ज्यादा ग्राम पंचायतों पर महिला ग्राम प्रधान अपना कब्जा जमाए हुए है। इस विकास क्षेत्र में महिला ग्राम प्रधानों की अच्छी खासी संख्या होने के बावजूद कोई महिला ग्राम प्रधान ग्रामपंचायत के कार्य स्वयं निपटाते हुए नहीं नजर आ रही है। ग्राम प्रधान के सभी कार्य महिला ग्राम प्रधान के पति या बेटे उनके प्रतिनिधि बनकर निपटा रहे हैं। एक तरह से यह पंचायती राज अधिनियम के उद्देश्यों पर पानी फिर रहा है। यहां तक कि विकास क्षेत्र की किसी बैठक में भी महिला ग्राम प्रधान ढूंढे नहीं मिल रही है।
हलधरमऊ विकास क्षेत्र में ग्राम पंचायत वमडेरा में सुमन तिवारी, भैरमपुर में अरुणिमा देवी, भुलभुलिया में रश्मि सिंह, कैथोला में सीमा साह, खानपुर में पुष्पा देवी, नकहा बसन्त उर्मिला, देवी तिलमहा में सुमन सिंह, झौंहना में इंदू तिवारी, मीनापुर में मैशरुन्निशा, बरबटपुर में वजबुन्निशा, मलौना में सुरुचि, खिंदूरी में आसमीन, अमोढवा में कुसमा देवी, बांसगांव में लखपता देवी, धमसड़ा में आशा, बटौरा लोहांगी में श्रीमती, सिकरी में सुधा सिंह, मैजापुर में रेखा तिवारी, नगवाकला में उमा देवी, रेवारी में राजपति, सेल्हरी में सीता, नहवा परसौरा में कमला देवी, सोनवार में जनकनन्दनी, दत्तनगर में सविता, पिपरी रावत में शबाना, बसालतपुर में सुमन श्रीवास्तव, भटनैया में शान्ति देवी, अखरेड़ा में नूरसबा, बालपुर हजारी में आशा सिंह, कस्तूरी में सुमन, गौरवाखुर्द में रामावती, धोबहाराय में गीता सिंह, उमरिया में वन्दना सिंह, पहाड़ापुर में शिखा व कमालपुर में शीला देवी समेत कुल 35 महिलाएं ग्राम प्रधान के पदों पर पदारूढ हैं।
सहायक खण्ड विकास अधिकारी हलधरमऊ राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि महिला ग्राम प्रधानों को आगे आने के लिए मोटीवेट किया जा रहा है। उन्हें उनके दायित्वों व जिम्मेदारियों के समय समय पर सचेत किया जाता रहा है।