बालपुर गोंडा। हलधरमऊ विकास क्षेत्र के 159 आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को दो माह से बाल पोषाहार नहीं मिल पा रहा है। इससे आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों की पोषण शक्ति प्रभावित हो रही है। तीसरा महीना दिसम्बर शुरू होने को है लेकिन अभी तक बाल पोषाहार कब तक पहुंचेगा इसकी कोई निश्चित सूचना नहीं मिल पा रही है। 107 आंगनबाड़ी केंद्रों को 24 साल बीतने के बावजूद अपना भवन नहीं नसीब हो सका है और उनका संचालन उधार के भवनों में किया जा रहा है।
हलधरमऊ विकास क्षेत्र में कुल 159 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इनमें से 16 मिनी आंगनबाड़ी केंद्र भी संचालित किए जा रहे हैं। प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र पर 3 से 5 वर्ष के 30 बच्चों के पंजीकरण का मानक है। इसी तरह से मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों के पंजीकरण मानक 15 है। इस तरह से इस विकास क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर कुल मिलाकर करीब साढ़े चार हजार बच्चे पंजीकृत हैं। इन सभी बच्चों को दो माह से बाल पोषाहार नहीं मिल पा रहा है। इससे उनके सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है।
विकास खण्ड के बाल विकास परियोजना कार्यालय में सीडीपीओ के पद पर नंदिनी घोष पिछले करीब 24 सालों से जमीं हुई हैं। उनके पास कटरा बाजार ब्लाक का भी चार्ज है। बड़े बाबू के पद पर दयानन्द सोनी सुपरवाइजर के पद पर रचना देशवाल व सुषमा वर्मा समेत चार लोग कार्यरत हैं। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर हॉटकुक योजना संचालित की जा रही है। बीते 24 सालों में 52 आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन बन चुके हैं शेष 107 केन्द्रों का अपना भवन नहीं मिल पाया है। 16 आंगनबाड़ी कार्यकत्री के किन्हीं कारणों से रिक्त हैं उनके लिए भर्ती निकाली गई है और सभी के फार्म जमा हो चुके हैं।
आंगनबाड़ी सुपरवाइजर रचना देशवाल ने बताया कि दो माह अक्टूबर व नवम्बर में बाल पोषाहार नहीं मिल पाया है। तीसरा महीना दिसम्बर चालू होने वाला है। उन्होंने कहा कि बाल पोषाहार आने का कोई निश्चित समय नहीं है। जब आने लगेगा तब ताबड़तोड़ कई महीने का आ जाएगा।