बालपुर गोंडा। गांवों की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए 43 ग्रामपंचायतों में एक लाख चालीस हजार रुपए के खरीदे गए बैटरी रिक्शे खड़े जंग खा रहे हैं। इन बैटरी रिक्शों का सफाई के अलावा ग्राम प्रधानों द्वारा अन्य व्यक्तिगत कामों में इस्तेमाल किए जाने की शिकायतें मिल रही है। कई ग्रामपंचायतों में कूड़ा निस्तारण केन्द्र सालभर से निर्माणाधीन है और उनका निर्माण कार्य अभी तक नहीं पूरा कराया जा सका है। गांवों का कूड़ा कूड़ा निस्तारण केन्द्रों में न इकट्ठा करके पहले जैसे बाहर फेंका जा रहा है। स्वच्छता अभियान के तहत सरकार के विशेष प्रयास के बावजूद गावों की सफाई व्यवस्था पटरी से उतर गई लगती है। जिन ग्रामपंचायतों में कूड़ा निस्तारण केन्द्र बन चुके हैं वहां भी कूड़ा कूड़ा निस्तारण केन्द्र में नहीं डाला जा रहा है और ज्यादातर कूड़ा निस्तारण केन्द्र अभूतपूर्व तालाबंदी का शिकार है। स्वच्छता अभियान के बावजूद गावों को साफ सुथरा बनाने की सरकारी योजना को विभागीय अधिकारी व कर्मचारी पलीता लगा रहे हैं।
हलधरमऊ विकास क्षेत्र में पतिसा, गुरुसड़ा, भैरमपुर, वमडेरा, भुलभुलिया, चकसेनिया, सोनहरा, देवी तिलमहा, झौहना, रेरुवा, परसागोंडरी, बरबटपुर, निन्दूरा, छिटनापुर, मलौना, बांसगांव, छतौरा, बटौरा बख्तावर सिंह, हलधरमऊ, कौंडहा जगदीशपुर, मैजापुर, कपूरपुर, नगवा कला, डूंड़ही, रेवारी, रामगढ़, असरना, बरांव, सेल्हरी, सोनवार, दत्तनगर, पिपरीरावत, चौरी, भोंका, हड़ियागाड़ा, हरसिंहपुर, बालपुर हजारी, कुंवरपुर अमरहा, गौरवा खुर्द, गद्दोपुर, कोचा कासिमपुर, धोबहाराय, पहाड़ापुर समेत कुल 43 ग्रामपंचायतों में गावों की सफाई व्यवस्था के लिए एक लाख चालीस हजार रुपए में बैटरी रिक्शे खरीदे जा चुके हैं।
कैथोला, नकही, खानपुर, नकहा बसन्त, मीनापुर, खिंदूरी, अमोढवा, धमसड़ा, बटौरा लोहांगी, सिकरी, राजपुर, वीरपुर, मनिकापुर, कलवारी, बरवलिया कुर्मी, नहवा परसौरा, बसालतपुर, भटनैया, भरसड़ा, अखरेड़ा, पड़रिया, कस्तूरी, गोनवा, उमरिया व कमालपुर समेत 26 ग्रामपंचायतों में अभी तक सफाई व्यवस्था के लिए बैटरी रिक्शे नहीं खरीदे जा सके हैं। इन ग्रामपंचायतों में सफाई व्यवस्था के लिए बैटरी रिक्शा खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। नए सत्र तक इन सभी ग्राम पंचायतों में भी बैटरी रिक्शे खरीद लिए जायेंगे।
हलधरमऊ ब्लाक के 90 राजस्व गांवों में 87 सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है। इसके बावजूद गावों की सफाई व्यवस्था चौपट होकर रह गई है। सहायक विकास अधिकारी पंचायत राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि गावों की सफाई के लिए खरीदे गए बैटरी रिक्शों का संचालन समूह के द्वारा किया जाना है। रिक्शा चालक को मानदेय दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ में गांव में जिस घर का वह कूड़ा इकट्ठा करके फेंकेंगे उस ग्रामीण से भी कुछ खर्चा उन्हें लेने का प्रस्ताव है।