गोंडा, 22 नवंबर 2024: कड़ाके की ठंड के मद्देनज़र गोंडा जिले की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने गौ-आश्रय स्थलों और कान्हा गौशालाओं में ठंड से बचाव के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन निर्देशों का पालन न करने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि सभी गौ-आश्रय स्थलों पर ठंड से बचाव के लिए अलाव जलाने की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए। इसके साथ ही पशुओं के लिए भूसे, तिरपाल, बोरी आदि से बिछावन तैयार करने और उन्हें ठंड से बचाने के लिए गर्म वातावरण उपलब्ध कराने को कहा गया है।
पशुओं के खानपान पर विशेष जोर देते हुए उन्होंने हरा चारा, गुड़ और पौष्टिक आहार की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने रात के समय गौ-आश्रय स्थलों की सुरक्षा को लेकर चौकीदार की तैनाती को भी अनिवार्य बताया।
जिलाधिकारी ने स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने को कहा है। उन्होंने निर्देश दिया कि गौ-आश्रय स्थलों और उनके आसपास साफ-सफाई का ध्यान रखा जाए और खुले में कचरा न फेंका जाए।
सभी संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि इन निर्देशों का पालन सख्ती से सुनिश्चित किया जाए और व्यवस्थाओं की नियमित निगरानी की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि 28 नवंबर 2024 तक सभी व्यवस्थाओं की रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपनी होगी।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा कि ठंड के मौसम में पशुओं की सुरक्षा जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की चूक पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।