बालपुर गोंडा। हलधरमऊ विकास क्षेत्र में गांधी जी के सपनों का राष्ट्रीय पंचायतीराज का सपना कैसे हो साकार जब सभी ग्राम पंचायतों के सचिवों ने ब्लाक के जर्जर भवनों में डेरा जमाया हुआ है। विकास क्षेत्र के सभी ग्राम सचिवालय अभूतपूर्व तालाबंदी का शिकार है। ग्राम सचिवालयों का निर्माण ग्रामीणों को 28 तरह की सुविधाओं को गावों में एक छत के नीचे मुहैया कराने के लिए कराया गया। ऐसे में सचिवालय को नियमित खुलवाने का सपना सपना बनकर रह गया है।
हलधरमऊ विकास क्षेत्र में कुल 68 ग्रामपंचायतें हैं। राष्ट्रीय पंचायतीराज के सपनों को साकार करने को लेकर यहां की सभी ग्रामपंचायतों में लाखों रुपए खर्च करके ग्राम सचिवालय बनवाए गए। इसकी अवधारणा के तहत ग्राम पंचायत सचिव, लेखपाल, एएनएम, सफाई कर्मी, ग्राम रोजगार सेवक, तकनीकी सहायक समेत सभी बुनियादी स्तर के कर्मचारी यहीं बैठेंकर ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करेंगे। इनके माध्यम से ग्रामीणों को आय, जाति, निवास, खतौनी, खसरा समेत 28 प्रकार की सुविधाएं गांव में ही उपलब्ध कराने का उद्देश्य निर्धारित है।
हलधरमऊ विकास क्षेत्र में कुल 9 ग्रामपंचायत सचिव कार्यरत हैं। इन सभी लोगों ने हलधरमऊ ब्लाक के जर्जर भवनों में अपना अपना कार्यालय बनाया हुआ है। ज्यादातर सचिव यहीं बैठकर ग्रामीणों की समस्याओं की सुनवाई करते हैं। गांव में जाकर ग्रामीणों की समस्याओं की सुनवाई करके समाधान करने में उनकी कोई रुचि नहीं दिखाई पड़ रही है। इस तरह से जिस किसी ग्रामीण का सचिव से काम लगता है उसे 10 किलोमीटर की दूरी चलकर ब्लाक मुख्यालय पर पहुंचकर अपना काम कराने के लिए परेशान होना पड़ता है। आलोक मिश्रा, हिम्मत सिंह मौर्य, कीर्ति मौर्या, सन्तोष कुमार मिश्रा, सर्वेश कुमार, नीतीश कुमार श्रीवास्तव, जय चन्द्र, राकेश कुमार मौर्य, विवेकानंद समेत 9 ग्रामपंचायत सचिव हलधरमऊ ब्लाक में कार्यरत हैं। यह ह सभी कर्मचारी गावों में जाकर ग्रामीणों की समस्याओं की सुनवाई करने के बजाय ब्लाक मुख्यालय के जर्जर भवनों में अपना डेरा जमाए हुए हैं। यह सभी सचिव राष्ट्रीय पंचायतीराज एक्ट के सपने को पूरा होने में पलीता लगा रहे हैं।
हलधरमऊ के सहायक विकास अधिकारी राजेश वर्मा ने बताया कि ग्राम सचिवालयों को नियमित खुलवाने को लेकर प्रयास किया जा रहा है। प्रभारी खण्ड विकास अधिकारी एसडीएम नेहा मिश्रा की अगुवाई में इसको लेकर कल ही बैठक की गई है। नहवा परसौरा व बालपुर हजारी समेत दो ग्रामपंचायतों के लिए नए ग्राम पंचायत सचिवालय का भवन मंजूर किया जा चुका है। इसका निर्माण जल्द ही कार्यदाई संस्था के जरिए शुरू करा दिया जाएगा।