नियत स्थान से पीछे हटकर नए स्थान पर नई चारदीवारी बनाकर बेशकीमती भूमि पर प्रधानाध्यापिका डाला परदा
बालपुर गोंडा। जूनियर हाईस्कूल बालपुर प्रथम की उत्तरी दिशा की बेशकीमती भूमि दबंग दबंगईपूर्वक दीवाल बनाकर सालभर पहले ही कब्जा कर चुके है। ऐसे में अवैध कब्जे को न हटवाकर पीछे हटकर नए स्थान पर चारदीवारी बनाकर शिक्षा विभाग दबंगों को अभयदान दे रहा है। इस तरह से दबंगों द्वारा कब्जा की गई विद्यालय की भूमि को शिक्षा विभाग ने सुरक्षा मुहैया करा दिया है। इससे शिक्षा विभाग के अधिकारियों व शिक्षकों की दबंगों से मिलीभगत साबित होती है।
हलधरमऊ शिक्षा क्षेत्र के जूनियर हाईस्कूल बालपुर प्रथम की उत्तरी दिशा की बेशकीमती भूमि दबंगों ने दबंगई पूर्वक साल भर पहले कब्जा कर चुके है। ग्रामीणों के मुताबिक प्रधान प्रतिनिधि धर्मपाल सिंह व तत्कालीन पंचायत सचिव रवि नन्दन सिंह ने सालभर पहले चारदीवारी बनवाने के लिए जो नींव बनवाई थी उसी नींव पर दबंगों ने अपनी दीवाल बनाकर विद्यालय भूमि पर कब्जा कर लिया था। जूनियर स्कूल की इस बेशकीमती भूमि पर दबंग पक्ष पिछले कई सालों से अपनी गिद्ध दृष्टि जमाए हुए था।
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों व शिक्षकों की मिलीभगत से जूनियर हाईस्कूल बालपुर की भूमि कब्जा कर ली गई और इसकी शिकायत भी कहीं नहीं की गई। इससे बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों व शिक्षकों की भूमिका इस मामले में सन्देह के घेरे में आ गई है। इस भूमि पर कब्जा जमाने को लेकर एक पक्ष न्यायालय की भी शरण में जा चुका है। इसमें जिलाधिकारी व बेसिक शिक्षा अधिकारी को भी पार्टी बनाया जा चुका है। यह भूमि गाटा संख्या 168 में 32 बीघा है और 62 हिस्सेदार बताए जा रहे है। इन्हीं में से एक पक्ष दबंगईपूर्वक विद्यालय भूमि पर दीवाल निर्माण करके अवैध कब्जा कर चुका है।
प्रधानाध्यापिका सरोज यादव ने बताया कि इस भूमि का मामला न्यायालय में चल रहा है। न्यायालय से कब इसका निस्तारण हो जायेगा तब नवनिर्मित चारदीवारी तोड़कर अवैध कब्जा की गई भूमि नई चारदीवारी बना दी जायेगी। इस समय किसी प्रकार के विवाद में न पड़ना पड़े इसलिए नियत स्थल को छोड़कर चारदीवारी का निर्माण करा लिया गया है। प्रधान प्रतिनिधि धर्मपाल सिंह ने कहा कि इस बारे में अभी तक उनको कोई जानकारी नहीं है। फोन से बात करके वह इसकी जानकारी लेकर ही कुछ बता सकते है। खण्ड शिक्षा अधिकारी हलधरमऊ रियाज अहमद ने कहा कि कल मौके का निरीक्षण करके इसकी रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपेंगे। वह इसके पहले इस मुद्दे पर बीएसए से चर्चा करेंगें।