लखनऊ। यूपी को एक बार फिर कार्यवाहक डीजीपी मिलने के आसार बढ़ गए हैं। कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार 31 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं।
1 फरवरी को यूपी को नया कार्यवाहक डीजीपी मिलने के प्रबल आसार हैं। सूत्रों के मुताबिक पूर्णकालिक डीजीपी बनाने के लिए
यूपीएससी को अभी तक प्रस्ताव नहीं भेजा गया है। 1988 बैच के आईपीएस आनंद कुमार अगले डीजीपी की दौड़ में सबसे आगे चल रहे है। आनंद कुमार अब तक सीबी सीआईडी के डीजी है। आनंद कुमार डीजी जेल और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर भी रह चुके है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर रहते हुए आनंद कुमार की अगुआई में यूपी में एनकाउंटर पुलिसिंग शुरू हुई थी। अप्रैल 2024 में आनंद कुमार का रिटायरमेंट होना है।
सबसे सीनियर आईपीएस मुकुल गोयल फरवरी में रिटायर हो रहे हैं।
मुकुल गोयल को पहले डीजीपी के पद से हटाया जा चुका है।1989 बैच के आईपीएस पीवी रामाशास्त्री भी डीजीपी की दौड़ में शामिल।
रामाशास्त्री केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। रामाशास्त्री बीएसएफ में डीजी के पद पर तैनात हैं। रामाशास्त्री भी यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर रह चुके हैं। कार्यवाहक डीजीपी जिम्मेदारी 1990 बैच के आईपीएस एसएन साबत को भी मिल सकती है। प्रयागराज में कुंभ का सफल अयोजन करा चुके साबत फिलहाल डीजी जेल हैं।प्रयागराज और लखनऊ के एडीजी रह चुके हैं साबत। प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर को रिकॉर्ड समय तक संभालने वाले प्रशांत कुमार की भी लाटरी लग सकती है। प्रशान्त कुमार इस समय यूपी के डीजी लॉ एंड ऑर्डर हैं। सरकार के भरोसेमंद प्रशांत कुमार मेरठ के एडीजी भी रह चुके हैं।