मनकापुर गोंडा। एसडीएम के खिलाफ तहसील परिसर में अधिवक्ताओ ने क्रमिक अनशन करते हुए एसडीएम के स्थानान्तरण की मांग किया। इसी बीच डीएम नेहा शर्मा के प्रतिनिधि के रूप में मुख्य राजस्व अधिकारी तहसील में पहुंच कर संघ के नामित पदाधिकारियों से घंटो वार्ता किये।
गुरूवार को दर्जनो की संख्या में अधिवक्ताओं ने एसडीएम चैम्बर के सामने धरने पर बैठ गये। अनशन की खबर जिलामुख्यालय तक पहुंची तो आनन फानन में सीआरओ महेश प्रकाश दोपहर बाद तहसील में पहुंचकर वार्ता करना चाहा। कार्य समिति बार एसोशिएसन के अध्यक्ष श्यामलाल शुक्ल एडवोकेट की अगुवाई एक प्रतिनिधि मंडल ने एसडीएम के चैम्बर में एसडीएम राजीव मोहन सक्सेना व तहसीलदार अखिलेश कुमार तथा सीआरओ के बीच घंटो वार्ता हुई। बैठक में कोई हल नही निकल सका।
अधिवक्ताओ ने आरोपी एसडीएम के स्थानान्तरण तक अनशन व आंदोलन जारी रखने की बात कही गयी। देरशाम तक अधिवक्ता अनशन स्थल पर जमे हुए हैं। इस मौके पर अधिवक्ता एलडर कमेटी चैयरमैन पीएस पान्डेय,सीके पाठक,भानु प्रताप मिश्र,अजय कुमार शुक्ल,अनिल कुमार द्विवेदी,अरूण कुमार पान्डेय,गिरजेश कुमार मिश्र,अम्बुज तिवारी,शिव कुमार मिश्र,सुधीर कुमार श्रीवास्तव,पंकज पाठक, सीपी पाठक,उमाकांत शुककल,कृष्णाकांत मिश्र ,राम शंकर मिश्र आदि तमाम लोग मौजूद रहे।
एसडीएम पर अधिवक्ताओ ने लगाये आरोप में अविवाविद मामलो को लंबित रखना,प्रशासनिक बल का अनावश्यक प्रयोग करना,अपने अधीनस्थो पर कोई नियंत्रण न करके मनमानेपन की छूट देना व सरकार की मंशा के विपरीत भष्टाचार पर जीरो टारलेंस नीति का खुला उल्लघंन सहित तमाम शिकायते हैं। वर्षो से विभिन्न पटलों सहायको पर जमें पटल सहायको का स्थानान्तरण न करने का आरोप भी लगाया है। वही इन सब मामले में एसडीएम राजीव मोहन सक्सेना से पूछने पर बताया कि लगाये गये आरोप निराधार है। अधिवक्ताओ तथा हमारे बीच सीआरओ की मध्यस्तता में वार्ता हुई है। जल्द ही समास्या का समाधान हो जायेगा।