Home Fire भीषण गर्मी में धू धूकर जला ट्रांसफार्मर आग से मचा हड़कंप

भीषण गर्मी में धू धूकर जला ट्रांसफार्मर आग से मचा हड़कंप

34
0

 

करनैलगंज गोंडा। स्थानीय तहसील क्षेत्र में रविवार की सुबह एक घटना घटी,जिसने न सिर्फ बिजली व्यवस्था की पोल खोल दिया।  तेज गर्मी की मार ने उस समय एक बड़ा हादसा करा दिया जब पिपरी पेट्रोल पंप के पास पिपरी गांव की ओर जाने वाली लिंक रोड पर स्थित एक विद्युत ट्रांसफार्मर अचानक जल उठा और आग की भीषण लपटों ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया।
सूचना के मुताबिक घटना सुबह लगभग 10:30 बजे की है, जब लिंक रोड किनारे दूध डेरी के पास लगे ट्रांसफार्मर से अचानक आग की लपटें उठने लगीं। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और ट्रांसफार्मर पूरी तरह धू-धू कर जलने लगा। घटनास्थल से उठते काले धुएं और भयंकर लपटों को देख स्थानीय निवासी, राहगीर और दुकानदार दहशत में आ गए। कई लोग मौके पर एकत्र होकर आग बुझाने के प्रयासों में जुट गए, लेकिन जब आग की लपटें काबू से बाहर होती गईं, तो तत्काल विद्युत विभाग को फोन कर बिजली आपूर्ति बंद करवाई गई,जिससे कोई बड़ा हादसा न हो। बिजली बंद होने के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका, जिससे घबराए ग्रामीणों ने तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचना दी। सूचना पाकर दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि समय रहते बिजली काट दी गई थी, नहीं तो यह आग आसपास के मकानों और दुकानों तक पहुंच सकती थी,जिससे जनहानि की गंभीर आशंका बनी हुई थी।

इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों में गहरा रोष व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि विद्युत विभाग समय रहते ट्रांसफार्मर की जांच करता, साफ-सफाई करवाता और तारों की स्थिति को परखता, तो यह हादसा टाला जा सकता था। लोगों का आरोप है कि विभागीय कर्मियों की घोर लापरवाही और मनमानी के कारण यह घटना घटी है। लोगों ने फीडर मैनेजर धनजीत कुमार टीजी 2, तथा लाइनमैन रामसरन जयसवाल, शैलेंद्र सिंह और बाबादीन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि न तो समय पर ट्रांसफार्मर की देखरेख होती है, न ही गर्मी के मौसम में विशेष निरीक्षण किया जाता है। जबकि शासन स्तर से स्पष्ट निर्देश होते हैं कि गर्मी और बरसात में ट्रांसफार्मर की नियमित जांच, साफ-सफाई और आसपास की झाड़ियों की कटाई की जाए, जिससे शॉर्ट सर्किट जैसी घटनाओं को रोका जा सके।

इस क्षेत्र में दूध डेरी और अन्य दुकानें होने के कारण आग के फैलने का डर और भी बढ़ गया था। आसपास के दुकानदारों की सांसें उस समय थम गईं जब आग ट्रांसफार्मर के नीचे से उठते हुए पास के पेड़ों और तारों तक पहुंचने लगी। अगर आग समय रहते न रोकी जाती, तो डेरी और आसपास की दुकानों में भारी नुकसान हो सकता था।

घटना के बाद ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और जिन कर्मियों की लापरवाही से यह हादसा हुआ है, उनके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाए। साथ ही मांग की गई है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। गर्मियों में ट्रांसफार्मर की नियमित निगरानी सुनिश्चित की जाए और संवेदनशील इलाकों में विशेष सतर्कता बरती जाए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here