गोंडा। मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत चलाए जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा की गयी। बैठक में प्रस्तावित एजेंडा के आधार पर यू0पी0एच0एम0आई0एस0 हेल्थ डैशबोर्ड, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, कम्युनिटी प्रोसेस, राष्ट्रीय कार्यक्रम नान कम्युनिकेबल डिजीज, एन0सी0डी0, एन0बी0सी0पी0, आर0एन0टी0सी0पी0, पी0एम0एम0वी0वाई0, नियमित टीकाकरण, वैक्सीनेशन, जननी सुरक्षा व मातृ वंदना योजना के तहत भुगतान की स्थिति, आशा इन्सेन्टिव, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी, ओपीडी व आईपीडी की स्थिति, प्राथामिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा सीएचसी पर बेडों की ऑक्यूपेंसी की स्थिति सहित अन्य योजनाओं की जिलाधिकारी द्वारा गहन समीक्षा की गई। जिला स्वास्थ समिति की समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं की समीक्षा की गई।
इसके साथ ही बैठक में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जनवरी, 2024 का भ्रमण की समीक्षा की गई। एनआरसी में भर्ती बच्चों, आरसीएच पोर्टल फीडिंग के स्टेटस, एनपीसीडीसीएस, राष्ट्रीय कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टिक्षीणता नियंत्रण कार्यक्रम आदि सभी की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि समय से कार्य कराना सुनिश्चित करें।
डीएम द्वारा सभी सीएचसी अधीक्षकों को कड़े निर्देश दिये गये कि अपने अपने सीएचसी पर साफ- सफाई पर विशेष ध्यान दें।
जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने जनपद के सभी सीएससी अधीक्षकों से स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं की योजनावार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सभी सीएससी अधीक्षक को निर्देश दिए हैं कि सभी योजनाओं के कार्य समय से पूर्ण कराया जाय तथा समय-समय पर अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से योजनावार समीक्षा भी की जाय। ताकि योजनाओं का क्रियान्वयन समय से किया जा सके।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की मंशानुसार जनसामान्य को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए सभी सीएचसी अधीक्षक सीएचसी पर ही निवास करें तथा संस्थागत प्रसव एवं विभिन्न प्रकार के टीकों को समय से लगवाना सुनिश्चित करें। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान खराब प्रगति होने पर जेई का वेतन रोकने के निर्देश दिये हैं।
इसके साथ ही सीएचसी अधीक्षक इटियाथोक को चेतावनी जारी करने के निर्देश दिये हैं। बैठक में अनुपस्थित रहने पर क्वालिटी मैनेजर डॉक्टर सुशील का वेतन रोकने के निर्देश दिये हैं।
बैठक में समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि जिला अस्पताल एवं सीएचसी केन्द्रों में मैनपावर संस्था के द्वारा सिक्योरिटी गार्ड की सप्लाई करने के लिए एक माह का समय दिया गया था परन्तु बार-बार कहने के बाद भी उपरोक्त संस्था द्वारा समय से मैनपावर की तैनाती न करने के कारण जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि मैनपावर संस्था मयंक एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिये गए।
आयुष्मान कार्ड के माध्यम से मरीजों को भर्ती करायें, साथ ही इस पर विशेष ध्यान दिया जाय। ई-कवच को पोर्टल को अपडेट करें। प्रसव केंद्र पर प्रसव की संख्या बढ़ाएं। सब सेंटरों पर एएनएम की उपस्थिति सुनिश्चित की जाये। ताकि सेंटर पर आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जा सके।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी एम.अरून्मोली, सीएमओ डॉक्टर रश्मि वर्मा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, एसीएमओ डॉक्टर आदित्य वर्मा, सीएमएस महिला अस्पताल, जिला कार्यक्रम अधिकारी, डॉक्टर आरपी सिंह, डीपीएम अमरनाथ, जिला कार्यक्रम अधिकारी, सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारीगण व डब्ल्यू0एच0ओ0 यूनिसेफ के पदाअधिकारी, समस्त सी0एच0सी0 अधीक्षक तथा अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।