गोण्डा 07 फरवरी, 2025*। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा की अध्यक्षता में महिला कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित निराश्रित महिला पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, जिला बाल संरक्षण इकाई, किशोर न्याय बोर्ड, बाल कल्याण समिति, बाल कल्याण एवं संरक्षण समितियों की बैठक, दत्तक ग्रहण, बाल विवाह, चाइल्ड हेल्पलाइन, बाल श्रम उन्मूलन, राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर), बालगृह (बालिका), उ.प्र. मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड व सामान्य), स्पान्सरशिप (प्रवर्तकता कार्यक्रम), मिशन शक्ति, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, वन स्टाप सेंटर, हब फॉर इम्पावरमेंट आफ वूमेन, शक्ति सदन, एन.सी.पी.सी.आर. संयुक्त कार्ययोजना, कार्यस्थल पर महिलाओं का लैंगिक उत्पीड़न व उत्तर प्रदेश रानी लक्ष्मी बाई महिला एवं बाल सम्मान कोष के प्रगति की समीक्षा की।
बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाल श्रम उन्मूलन पर विशेष ध्यान दिया जाय। किसी भी जगह बाल श्रम में लिप्त होते बच्चे न पाये।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर शिल्पी वर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश चौधरी, जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज मौर्या, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी शैलेन्द्र त्रिपाठी, जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी, श्रम प्रवर्तन अधिकारी सत्येन्द्र प्रताप सिंह, सीडब्लूसी अध्यक्ष प्रेमशंकर लाल श्रीवास्तव, यूनिसेफ के अनिल कुमार द्विवेदी, अखलाक अहमद, दीपक दूबे, संतोष कुमार दूबे, चन्द्रमोहन वर्मा, चेतना सिंह, मनोज कुमार, आशीष मिश्र, ऋचा तिवारी, सिद्धनाथ पाठक, प्रदीप जायसवाल आदि मौजूद रहे।