करनैलगंज गोंडा। बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर पूरे देश के हिन्दू समुदाय में जबरदस्त आक्रोश है। इसका नजारा आज कर्नलगंज नगर में भी देखने को मिला, जहां बांग्लादेश सरकार के विरोध में एक विशाल जनाक्रोश रैली नमो नमो क्रांति के नेतृत्व में बरखंडी नाथ मंदिर के महंत सुनील पुरी व रामलीला कमेटी के नेतृत्व अध्यक्ष मोहित पांडे के द्वारा निकाली गई।
जनाक्रोश रैली में सैकड़ों की संख्या में महिलाओं व पुरुषों की संख्या मौजूद रही, जहां सभी लोगों ने बांग्लादेश मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए बांग्लादेश का राष्ट्रीय ध्वज व बांग्लादेश सरकार के प्रधानमंत्री का पुतला नगर के बस स्टॉप चौराहे पर फूंककर अपना कड़ा आक्रोश दर्ज कराया। तथा राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन देकर वहां रह रहे अल्पसंख्यक हिन्दुओं, मंदिरों की सुरक्षा को सुनिश्चित कर तत्काल तोड़े गए मठ व मंदिरों का जीर्णोद्धार कराने एवं देश में एनआरसी, सिविल ड्रेस कोड, सामान्य न्याय संहिता जैसे कानून तत्काल लागू कराने की मांग किया।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार व उत्पीड़न के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है। बांग्लादेश सरकार के द्वारा हिंदू समुदाय के लोगों के साथ हत्या, मारपीट महिलाओं के साथ जबरन बलात्कार तथा हिंदुओं के धार्मिक केंद्र मंदिरों व मठों में आगजनी एवं तोड़फोड़ करने जैसे गंभीर मामलों को लेकर पूरे देश में हिंदू समुदाय आक्रोशित होता जा रहा है। जिसका नजारा आज करनैलगंज नगर में देखने को मिला, जहां करनैलगंज के प्रसिद्ध भैरवनाथ मंदिर परिसर से एक जन आक्रोश रैली का आयोजन हुआ। जिसका नेतृत्व नमो नमो क्रांति के जिला अध्यक्ष बरखंडी नाथ मंदिर के महंत सुनील पुरी व रामलीला कमेटी के अध्यक्ष भाजपा पदाधिकारी मोहित पांडे के द्वारा किया गया।
जन आक्रोश रैली भैरवनाथ मंदिर से होते हुए नगर के मुख्य मार्गो से होकर तहसील परिसर में पहुंची, जनाक्रोश रैली के दौरान जमकर बांग्लादेश मुर्दाबाद के नारे लगे, साथ ही रोहिंग्या भारत छोड़ो जैसे नारे से पूरा नगर गूंज उठा। इसके बाद सभी संगठन के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी के माध्यम से देकर बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार व दुर्व्यवहार पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई है कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार, महिलाओं व बालिकाओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार, मंदिरों व मठों में तोड़फोड़ तथा संत समाज की गिरफ्तारी से भारतवर्ष का हिंदू समाज आक्रोशित है। ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि बांग्लादेश में वर्तमान स्थिति पर तत्काल नियंत्रण किया जाए, अल्पसंख्यक हिंदू व संत समाज की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए।साथ ही देश में एनआरसी, सिविल ड्रेस कोड, सामान्य न्याय संहिता जैसे कानून व्यवस्था को तत्काल लागू किया जाए, जिससे कि भविष्य में बांग्लादेश जैसी स्थिति भारत में ना पैदा हो।