दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले में सूत्रों से मिल रही खबरों के मुताबिक 27 लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है और दर्जनभर लोग घायल बताए जा रहे हैं। गृहमंत्री अमित शाह कश्मीर का दौरा करने वाले हैं।
पहलगाम में जो कुछ हुआ, वह सिर्फ एक आतंकी हमला नहीं, बल्कि एक सुनियोजित नरसंहार था। प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय पत्रकारों के अनुसार, हमलावरों ने पर्यटकों से धर्म पूछ-पूछकर उन्हें गोली मारी। इस वीभत्स हमले में 27 लोगों की जान गई है। यह पुलवामा के बाद सबसे भयावह घटना मानी जा रही है।
यह कृत्य न सिर्फ कानून और व्यवस्था के खिलाफ है, बल्कि मानवता के विरुद्ध भी एक बर्बर हमला है। ऐसी हिंसा किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार नहीं की जा सकती। दोषियों के खिलाफ त्वरित और कठोरतम कार्रवाई की जानी चाहिए।
देश को यह स्पष्ट संदेश देना होगा कि निर्दोषों का रक्त बहाने वालों को किसी भी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा। आतंक फैलाने वालों के लिए भारत की ज़मीन कभी सुरक्षित पनाहगाह नहीं बन सकती।