बालपुर गोंडा। धनईपट्टी नहर में बैनामा की गई भूमि से अधिक खेत की खोदाई के सम्बन्ध में डीएम से मिलकर किसानों ने शिकायत किया। इसको लेकर सोमवार को लेखपाल व सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने परसागोंडरी में भूमि की नापजोख करवाकर समस्या का समाधान करवाया।
मामला सरयू नहर की बहुचर्चित शाखा धनईपट्टी माइनर का है। ग्राम परसागोंडरी के रोसीपुरवा निवासी किसान माधवराज तिवारी, मुकुट नरायन तिवारी, बृज बिहारी तिवारी, लक्ष्मी नरायन तिवारी व प्रमोद कुमार तिवारी समेत पांच किसानों ने जिलाधिकारी नेहा शर्मा से मिलकर शिकायत किया। किसानों ने डीएम से मिलने पर कहा कि धनईपट्टी नहर माइनर के लिए उनके पिता शिव प्रसाद तिवारी से गाटा संख्या 1455 में 14 बिस्वा भूमि बैनामा कराई गई। उन्होंने आगे कहा कि उनके पिता से जितनी भूमि बैनामा कराई गई उससे कहीं ज्यादा भूमि की खोदाई कराकर नहर विभाग ने ले लिया। नहर के मध्य से पश्चिमी सिरे से दक्षिण की लंबाई 6 मीटर है जबकि पूर्वी सिरे की लंबाई 12 मीटर है। उनका कहना है कि ऐसा कैसे हो गया इसका मतलब नहर खोदाई के समय विभागीय अधिकारियों ने किसानों से ज्यादती करते हुए बड़ा खेल किया। इससे किसान से बैनामा कराई गई भूमि से करीब दो बीघा भूमि पर नहर का दायरा बढ़ाकर पटरी निर्माण कर लिया गया।
किसानों का कहना है कि उनके परिवार के ज्यादातर लोग रोजी रोटी के चक्कर में सुदूर शहरों में रहकर नौकरी करते हैं। इसलिए नहर खोदाई के दौरान मौके पर उनके परिवार का कोई मौजूद नहीं रहा इसी का बेजा फायदा उठाकर नहर विभाग ने उनके खेत में बैनामे से ज्यादा भूमि की मिट्टी खोदवा लिया। जिलाधिकारी के निर्देश पर सोमवार को इसी भूमि की नापजोख हल्का लेखपाल पवन कुमार यादव व लेखपाल राज कुमार यादव की टीम ने किया।
इसमें नहर विभाग के सींच पर्यवेक्षक अखिलेश कुमार व जिलेदार राम लखन समेत दो कर्मचारी मौके पर मौजूद रहे। पैमाइश के बाद लेखपाल ने बताया कि नापजोख के दौरान किसानों द्वारा सिंचाई विभाग पर लगाए आरोप झूठे पाए गए। किसान के खेत का रकबा नापजोख कर पूरा करके अलग करवा दिया गया है।