Home Irrigation धनईपट्टी नहर पर दो पुलों का शुरू हुआ निर्माण सूखी नहर बनी...

धनईपट्टी नहर पर दो पुलों का शुरू हुआ निर्माण सूखी नहर बनी पशुओं का चारागाह पानी का दावा हवाहवाई

65
0

बालपुर गोंडा। सरयू नहर को चालू हुए दो साल बीतने के बावजूद धनई पट्टी माइनर के दो महत्वपूर्ण पुलों का निर्माण तेजी शुरु किया गया है। गेहूं सिंचाई का पीक सीजन होने के बावजूद इस क्षेत्र के किसानों को दो साल बाद भी नहर का पानी नहीं नसीब हो पाया है। सूखी नहर का अलम यह है कि उसमें उगी घास ग्रामीणों के पशु चरते हुए देखे जा रहे हैं। सरकारी कागजों में इस क्षेत्र के किसानों को नहर का पानी फसलों की सिंचाई के लिए समय से उपलब्ध होने से खुशहाली बिखरी हुई है।

इसी तरह से 89.800 किलोमीटर लंबी सरयू नहर की मुख्य शाखा का फैलाव बहराइच जिले से शुरू होकर गोंडा जिले के परसागोंडरी त्योरासी होते हुए तरबगंज तक गई है। सेमरी, सहजौरा, मच्छहरिया, मंगुरा बाजार समेत 3 जगहों पर सरयू नहर की इस शाखा पर पुलों का निर्माण एक साल से किया जा रहा है। इन पुलों के बनने में इतना ज्यादा समय लगने से सरयू मुख्य नहर के संचालन में बड़ी बाधा आ रही है। इससे अक्सर सरयू नहर की मुख्य शाखा का संचालन निर्धारित समय पर नहीं हो पाता है और देरी हो जाती रही है।

सरयू नहर की शाखा धनईपट्टी माइनर की लंबाई करीब 19 किलोमीटर में से 17.5 किलोमीटर की खुदाई पूरी की जा चुकी है। धनईपट्टी मुख्य नहर की 9 माइनर शाखाएं है इससे इसका कुल दायरा बढ़कर करीब 95 किलोमीटर का हो जाता है।परसागोंड़री,सोनहरा,हड़ियागाड़ा,गोगिया, सालपुर धौताल, धानी, धनखर,नरायनपुर मर्दन, सरैंया चौबे, तुलसीपुर, चांदपुर, खरगूपुर, दुल्लापुर, ठडक्कीपट्टी, धनईपट्टी समेत 17 गांव धनईपट्टी मुख्य नहर से सीधे जुड़े हुए है।

धनईपट्टी मुख्य नहर के 9 माइनर है। इनमें सबसे पहले बेलवानोहर माइनर करीब 8 किलोमीटर का है। इसके तहत बेलवानोहर,सालपुर धौताल,धनखर,डोमाकल्पी, ज्ञानपुर सुभागपुर, समेत आधा दर्जन से अधिक गांव आते है। इसके बाद दूसरे नंबर पर दुरगोंड़वा माइनर करीब 3 किलोमीटर लंबा है। इसमें दुरगोंड़वा व नरायनपुर मर्दन 2 ग्रामपंचायतों के करीब दो दर्जन गांव शामिल है। तीसरे स्थान पर करनपुर माइनर करीब 3 किलोमीटर लंबा है। इसमें तुलसीपुर व करनपुर समेत 2 ग्राम पंचायतों के करीब डेढ़ दर्जन गांवों के नाम शामिल है। चौथे स्थान पर चांदपुर माइनर भी करीब 3 किलोमीटर का है। इसके तहत चांदपुर ग्राम पंचायत के करीब दर्जनभर गांव आते है।
पांचवे स्थान पर खरगूपुर माइनर करीब 3.5 किलोमीटर का है। इसमें खरगूपुर ग्रामपंचायत के करीब डेढ़ दर्जन गांव आते है। छठवें स्थान पर गोंडवा माइनर करीब 4 किलोमीटर लंबा है। इसके तहत दुल्लापुर व खरगूपुर के ज्यादातर गांव आते है। सातवें स्थान पर भटपुरवा माइनर करीब 9 किलोमीटर लंबा है। इसके तहत ठड़क्कीपट्टी, धनईपट्टी,माधवपुर, हरखापुर,लव्वा टेपरा, चिरेबसना,निहालपुर समेत 7 ग्रामपंचायतों के ज्यादातर गांव आते हैं। आठवें स्थान पर लव्वाटेपरा माइनर करीब 3.5 किलोमीटर का है। इसमें लव्वाटेपरा, धनईपट्टी, विरसिंहपुर समेत तीन गाँवों के क्षेत्र आते है। नवें स्थान पर डिडसिया कला माइनर करीब 5.5 किलोमीटर लंबा है। इसमें डिडसिया कला, हरखापुर,खरगूपुर समेत तीन ग्राम पंचायतों के गांव आते है।
इस नहर के चालू होने से क्षेत्र के करीब 47 गाँवों के 20 हजार किसानों की 7000 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा मिलना शुरू हो जायेगी। इससे क्षेत्र के किसानों को काफी फायदा होगा। इससे क्षेत्र के किसानों में खुशहाली आयेगी। सिंचाई विभाग की एसडीओ अंजना ने बताया कि धनईपट्टी नहर माइनर पर यहां बेहद जरूरी दो पुलों का निर्माण शुरु करा दिया गया है। इसका निर्माण जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा। जूनियर इंजीनियर दिव्य मणि त्रिपाठी मौके पर पुलिया निर्माण को लेकर जेसीबी मशीन से नहर में खोदाई करवाते हुए मौजूद रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here