गोण्डा। 03 मार्च 2025 – देवीपाटन मंडल के पहले प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र (Plastic Waste Management Unit – PWMU) ने अब तक 75 कुंतल प्लास्टिक कचरे का सफलतापूर्वक निस्तारण कर दिया है। इस कचरे में सिंगल यूज़ प्लास्टिक (SUP) और प्लास्टिक की बोतलें शामिल थीं।
निस्तारित प्लास्टिक कचरे का उपयोग अब PWD, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग और जिला पंचायत द्वारा सड़क निर्माण में किया जाएगा। इसके लिए कवायत शुरू कर दी गई है। यह पहल न केवल जिले को प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि इससे पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान को भी मजबूती मिली है।
*प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र: उद्देश्य और कार्यप्रणाली*
यह केंद्र स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत स्थापित किया गया है और 4R सिद्धांत – Refuse, Reduce, Reuse, Recycle के आधार पर कार्य करता है।
रिसाइकिल योग्य प्लास्टिक को स्क्रैप डीलरों के माध्यम से पुनः उपयोग में लाया जाता है।
गैर-रीसाइक्लेबल प्लास्टिक को विखंडित कर सड़क निर्माण और सीमेंट उद्योगों में इस्तेमाल किया जाता है।
*जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने की अपील*
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस पहल को सराहनीय बताते हुए कहा, “यह केंद्र प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन का एक बेहतरीन उदाहरण है। हम सभी को प्लास्टिक कचरे के सही निस्तारण में सहयोग करना चाहिए, ताकि हमारा जिला स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बन सके।”
*रोजगार के अवसर और पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा*
इस केंद्र से न केवल प्लास्टिक कचरे का सही निस्तारण हो रहा है, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं। जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे प्लास्टिक कचरे को इधर-उधर फेंकने की बजाय इसे सही तरीके से डिस्पोज करें और इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग दें।