बालपुर गोंडा। गांव के दबंग लोगों ने नवनिर्मित गौशाला की चारदीवारी गिराकर उसमे छप्पर रखकर कब्जा करते हुए धान की फ़सल रोपित कर दिया। ग्राम प्रधान की शिकायत पर भूमि को कब्जा मुक्त कराने पहुंची राजस्व व पुलिस टीम के साथ अवैध कब्जेदार फ़ौजदारी पर आमादा हो गये। इससे राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम को बैरंग वापस होना पड़ा।
मामला परसपुर विकास खण्ड की ग्रामपंचायत ठकुरापुर का है। मौजूदा ग्राम प्रधान धर्मेंद्र कुमार गोस्वामी ने पुलिस अधीक्षक को मुख्यमंत्री पोर्टल के माध्यम से आनलाइन प्रार्थना पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है की ग्राम पंचायत ठकुरापुर स्थित गाटा संख्या 214 चारागाह की सरकारी भूमि है। इसमें गौशाला निर्माण के लिए करीब 10 माह पूर्व ग्राम पंचायत की भूमि प्रबंधन समिति द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया था। उसके बाद सरकार की महत्वपूर्ण मनरेगा योजना के तहत बीते फ़रवरी माह में गौशाला का निर्माण प्रारम्भ कराया गया।
प्रधान ने आगे बताया की बीते 14 अगस्त को 115 मीटर बाउंड्रीवाल बनकर तैयार हो गया। उसके तीन दिन बाद 17 अगस्त की रात्रि में करीब एक बजे कुछ लोग ट्रेक्टर ट्राली लेकर पहुंचे औऱ करीब 65 मीटर गौशाला का बाउंड्रीवाल गिरा दिये। यही नहीं निर्माण कार्य के लिए रखा 10 बोरी सीमेंट एक कुंतल सरिया भी उठा ले गये। गौशाला के अंदर छप्पर रखने के साथ धान की रोपाई करके भूमि पर को कब्जा कर लिये। प्रधान की तहरीर पर पुलिस ने 22 अगस्त को मुकदमा दर्ज कर लिया, जिसकी विवेचना प्रचलित है।
ग्राम प्रधान के प्रार्थना पत्र पर उपजिलाधिकारी करनैलगंज द्वारा टीम गठित कर तीन दिवस के अंदर गौशाला को अतिक्रमण मुक्त कराने का निर्देश दिया। रविवार को हल्का लेखपाल के साथ राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। गौशाला की भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने का प्रयास करने लगी।
उसी बीच अवैध कब्जेदार लाठी, डंडा से लैस होकर पहुंचे औऱ आमादा फ़ौजदारी हो गये। इससे राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम को बैरंग वापस वापस होना पड़ा। एसडीएम कर्नलगंज भारत भार्गव व तहसीलदार मनीष कुमार से वार्ता करने का प्रयास किया गया। मगर दोनों लोगों का सीयुजी नंबर पहुँच से बाहर बता रहा था।