गोंडा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के अंतर्गत विकासखंड बेलसर से प्राप्त संदिग्ध आवेदनों की जांच के आदेश सोमवार को जारी किए। बड़ी संख्या में ऑनलाइन संदेहास्पद आवेदन प्राप्त होने की शिकायत के बाद यह कदम उठाया गया है। इसके साथ ही, विकासखंड में संचालित सभी कॉमन सर्विस सेंटर्स (सीएससी) की भी जांच की जाएगी।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि कन्या सुमंगला योजना का लाभ लेने के लिए विकासखंड बेलसर से संदेहास्पद आवेदनों की संख्या में वृद्धि की शिकायत मिली थी। स्थानीय प्रशासन द्वारा संज्ञान में लिए गए इन आवेदनों की गहन जांच के लिए साइबर सेल को जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही, जिला प्रोबेशन अधिकारी और खंड विकास अधिकारी बेलसर को निर्देश दिया गया है कि सभी सीएससी संचालकों की सूची साइबर सेल और स्थानीय थाने को उपलब्ध कराई जाए।
पत्र में स्पष्ट किया गया है कि यदि जांच में यह साबित होता है कि किसी आवेदक ने योजना का लाभ लेने के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया है, तो ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इसके अतिरिक्त, जांच में यदि कोई सीएससी संचालक फर्जी दस्तावेजों के जरिए आवेदन करने में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ भी नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की इस कार्रवाई का उद्देश्य फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से योजना का गलत लाभ लेने वालों पर शिकंजा कसना है। साथ ही, इस मामले को लेकर आम जनता के बीच जागरूकता फैलाने का भी प्रयास किया जा रहा है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की धोखाधड़ी को रोका जा सके।