गोंडा, 18 जून 2025*। बुधवार को किसान दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से किसान प्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपनी समस्याएं जिलाधिकारी के समक्ष रखीं। जिलाधिकारी ने किसानों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य रूप से सिंचाई, खाद-बीज की उपलब्धता, बिजली आपूर्ति, फसल बीमा, नलकूपों की मरम्मत, और समर्थन मूल्य पर खरीद जैसी समस्याएं उठाई गईं। किसानों ने बताया कि कई क्षेत्रों में आवारा पशुओं के कारणों से फसलों का काम नहीं कर रहे हैं। जिससे फसलों को बचाने में बाधा आ रही है। इस पर जिलाधिकारी ने पशु चिकित्सा अधिकारी को तत्काल सर्वे कर आवश्यक कार्यवाही शीघ्र करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा, किसानों के द्वारा अवगत कराए गए समस्याओं को संज्ञान में लेते हुए समय से उसका समाधान करायें, और किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता से लें।
जिलाधिकारी ने कृषि विभाग को निर्देशित किया कि वे खाद और बीज वितरण की नियमित मॉनिटरिंग करें, तथा सभी दुकानों की जांच करते रहें। फसल बीमा के दावों के निस्तारण में हो रही देरी पर भी जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और बीमा कंपनियों को चेतावनी दी कि किसानों के दावे समय से निपटाए जाएं।
जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान अधिकारियों से कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करना प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे कृषि तकनीकों को अपनाएं और विभाग द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं का लाभ उठाएं।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जायेगा, और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, उपनिदेशक कृषि प्रेम ठाकुर, जिला कृषि अधिकारी सीपी सिंह, एसडीईएओ कृषि शिवशंकर चौधरी, जिला पंचायत राज अधिकारी लालजी दुबे, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला गन्ना अधिकारी सहित अन्य सभी संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।