गोण्डा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने विकास कार्यों की जमीनी हकीकत परखते हुए एक बार फिर सख्त कार्यवाही की है। विकासखण्ड बेलसर की ग्राम पंचायत ऐली परसौली में नवनिर्मित रिसोर्स रिकवरी सेंटर (RRC) की बदहाली को लेकर उन्होंने बड़ी कार्रवाई की है। निरीक्षण के दौरान आरआरसी केंद्र निष्प्रयोज्य स्थिति में पाया गया। परिसर में झाड़ियां और घास-फूस उग आई थीं तथा शेड भी टूटा हुआ था।
जिलाधिकारी ने इस लापरवाही को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी श्री शिशिर सिंह और वर्तमान ग्राम पंचायत अधिकारी श्री अंकित कुमार की परिनिन्दा की है। डीएम ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों में कचरा निस्तारण की व्यवस्था बेहद जरूरी है, लेकिन जिम्मेदार कर्मियों की लापरवाही बेहद खेदजनक है।
खण्ड विकास अधिकारी बेलसर की रिपोर्ट में बताया गया कि वर्तमान में केंद्र की सफाई एवं मरम्मत कराकर इसे क्रियाशील कर दिया गया है। बावजूद इसके जिलाधिकारी ने लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ परिनिन्दा आदेश जारी कर दिया है।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आरआरसी केंद्रों का नियमित रखरखाव सुनिश्चित किया जाए और स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों को प्रभावी तरीके से लागू किया जाए। साथ ही खण्ड विकास अधिकारी को आदेशित किया गया है कि संबंधित कर्मचारियों से इस आदेश की तामीला रिपोर्ट तीन दिन के अंदर प्रस्तुत करें।
नेहा शर्मा की यह कार्रवाई जिले में जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए सख्त संदेश मानी जा रही है कि विकास कार्यों में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।