बालपुर गोंडा। जूनियर विद्यालय दुरगोड़वा भारी अव्यवस्था का शिकार होकर रह गया है। इस विद्यालय में सोमवार को साढ़े आठ बजे तक अभूतपूर्व तालाबंदी रही। ग्राम प्रधान के बीएसए व बीईओ से फोन से शिकायत करने के बाद यह विद्यालय खुला। इस विद्यालय परिसर में बड़ी बड़ी झाड़ियां उगी हुई मिली और सफाई व्यवस्था चौपट नजर आई।
परसपुर शिक्षा क्षेत्र का जूनियर विद्यालय दुरगोड़वा भारी अव्यवस्था का शिकार होकर रह गया है। यहां के परिसर में बड़ी बड़ी झाड़ियां लगी हुई है और सफाई व्यवस्था बेहद खराब दिखाई पड़ी। इसमें जहरीले कीड़े मकोड़े विचरण करते रहते हैं। सोमवार को इस विद्यालय में साढ़े आठ बजे तक ताला लटकता रहा। ग्राम प्रधान राज कमल तिवारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल तिवारी व खण्ड शिक्षा अधिकारी सुशील कुमार सिंह से इसको लेकर फोन से शिकायत किया। इसके बाद विद्यालय के प्रधानाध्यापक अवधेश कुमार तिवारी ने विद्यालय पहुंचकर ताला खोला।
इसके बाद मौके पर ठुकरापुर संकुल प्रभारी उपेन्द्र कुमार सिंह पहुंचे। मौके पर पहुंचे खण्ड शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाध्यापक को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने व्यवस्था के साथ छात्रों का नामांकन सुधारने का उनको निर्देश दिया। साथ में इस स्कूल की भारी अव्यवस्था को देखते हुए बीईओ ने प्रधानाध्यापक से जवाब तलब किया है। इस पर प्रधानाध्यापक कुछ नहीं बोल पाए और मौन धारण किए हुए रहे। उनके निरीक्षण के समय इस विद्यालय में पंजीकृत कुल छात्र संख्या 24 के सापेक्ष 4 बच्चे अमन मोनी शुभी व रीता उपस्थित रहे यह सभी बच्चे यहां खाना बनाने वाली रसोइया सन्तोष कुमारी के घर के बताए गए।
उनके पूछने पर विद्यालय के मेंटेनेंस के लिए प्रतिवर्ष आने वाले बजट के खर्चे का ब्यौरा प्रधानाध्यक नहीं दिखा पाए। विद्यालय मेंटेनेंस का पैसा उसके खाते में न होकर किसी फर्म को स्थानांतरित होना बताया गया। ग्रामीणों ने बताया कि यह अध्यापक यहां चार साल से कार्यरत हैं तभी से यहां की शिक्षण व्यवस्था चौपट होकर रह गई है। इस ग्राम पंचायत के करीब 300 बच्चे यहां के शिक्षक की भारी लापरवाही के चलते पड़ोस के विद्यालय तुलसीपुर में पढ़ने के लिए मजबूर कर दिए गए हैं। इस शिक्षक के प्रति ग्रामीणों में इतना ज्यादा असंतोष है कि वे इस शिक्षक गाड़ी पंक्चर कर देते हैं।