गोण्डा। 23 जनवरी 2025 बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पर्यावरणीय समिति/ जिला गंगा समिति की बैठक सम्पन्न हुई। जिसमें उन्होंने वर्ष -2024 में हुये वृक्षारोपण के सापेक्ष शतप्रतिशत जीयोटैगिंग करने के निर्देश दिये गये। साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि जो पौधे खत्म हो गए हैं उनके स्थान पर पुनः पौधों को पुनर्जीवित करें।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सभी विभाग अपने-अपने विभाग में लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत जीयोटैगिंग कर लें।
इसके अलावा जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में वेटलैंड को अतिक्रमण एवं जलकुंभी से मुक्त किया जाए साथ ही जो वेटलैंड मृत हो चुके हैं उन्हें पुनर्जीवित किया जाए।
बैठक में डीएम ने नगरपालिका गोण्डा को निर्देश दिये हैं कि शहर से निकलने वाले कूड़े का निस्तारण समय से कराते रहे। साथ ही खनन अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि जनपद के सभी ईंट भट्ठों का नियमानुसार निरीक्षण करें, तथा जनपद में हो रहे, अवैध खनन को प्रभावी कार्यवाही करते हुए रोक लगायें। ताकि जनपद में कोई भी ईंट भट्ठा अवैध रूप से न चलने पाये। साथ ही साथ जनपद में अवैध खनन पर विशेष ध्यान दिया जाय, ताकि जनपद में कहीं पर अवैध रूप से मिट्टी खनन न होने पाये।
बैठक में डीएम ने सभी विभाग के अधिकारियों से पौधारोपण की गहन समीक्षा करते हुए सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये है कि शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष शतप्रतिशत पौधों के जीयोटैगिंग कराना सुनिश्चित करें।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि मत्स्य विभाग, कृषि विभाग तथा एनआरएलएम विभाग संयुक्त रूप से मिलकर जलकुंभी का समुचित निस्तारण करना सुनिश्चित करें।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जनपद में टेढ़ी नदी के किनारे पौधारोपण किया जाए, जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पूरी तैयारी कर ली जाए और जनपद के टेढ़ी नदी पर पौधारोपण किया जाए।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, प्रभागीय वनाधिकारी, डीसी मनरेगा, डीसी मनरेगा, खनन अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, श्रम प्रवर्तन अधिकारी सत्येंद्र सिंह, पीडब्ल्यूडी विभाग, विद्युत विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिका गोण्डा, और नगर पंचायत सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।