गोण्डा 03 अप्रैल,2025*। जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभागार में प्रधानमंत्री टी०बी० मुक्त अभियान के अन्तर्गत वर्ष-2024 में टी०बी० मुक्त घोषित ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को सम्मानित किया गया, बताते चलें कि वर्तमान में जनपद में कुल 6125 सक्रिय टी०बी० मरीज है जिनका इलाज चल रहा है प्रधानमंत्री टी०बी० मुक्त अभियान के अन्तर्गत वर्ष 2023 में कुल 1067 ग्राम पंचायतों में से 17 ग्राम पंचायतें जनपद में टी०बी० मुक्त हुई थी, वर्ष-2024 के प्रधानमंत्री टी०बी० मुक्त अभियान के अन्तर्गत सर्वप्रथम विश्व स्वास्थ्य संगठन के सलाहाकार डा० दीपक चतुर्वेदी ने टी०बी० मुक्त की अवधारणा के बारे में बताया कि यदि ग्राम पंचायत में 1000 की जनसंख्या है तो पूर्ण वर्ष में कम से कम 30 लोगो की जॉच होनी चाहिये 01 अधिक मरीज नहीं होने चाहिये, सभी मरीजों की यू०डी०एस०टी० होनी चाहिये, आउटकम 85 प्रतिशत होना चाहिये तथा निःक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत भारत सरकार के तरफ से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि रु 1000.00 प्रति माह सभी मरीजों को मिल जानी चाहिये। साथ ही साथ सभी मरीजों को गोद भी लिया गया हो।
वर्ष-2024 में कुल 59 ग्राम पंचायतों ने टी०बी० मुक्त हेतु आवेदन किया था परन्तु जनपद की 16 टीमों ने राज्य स्तर से प्राप्त सूचकांको के आधार पर सत्यापन किया जिसमें 06 ग्राम पंचायतें अयोग्य पायी गयी, तथा 53 ग्राम पंचायतो का दावा योग्य पाया गया। जिनमें से 09 ऐसी ग्राम पंचायतें थी जो गत वर्ष भी टी०बी० मुक्त घोषित हुयी थी तथा 44 नई ग्राम पंचायतें टी०बी० मुक्त हुई। 09 ग्राम पंचायतों को महात्मा गाँधी जी की रजत रंग की मूर्ति तथा एक प्रमाण पत्र एवं 44 ग्राम पंचायतो को कॉस्य रंग की मूर्ति तथा प्रमाण पत्र जनपद की जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा तथा मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अंकिता जैन द्वारा ग्राम प्रधानोंछ को दिया गया। जिलाधिकारी, द्वारा ग्राम प्रधानों से कहा गया कि आप कुपोषण मिटाने का संकल्प लें, जिससे टी०बी० जैसी बीमारी लोगों के करीब ना आ सके।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि किसी भी जनपद की सबसे छोटी इकाई गाँव होती है इसलिये इस अभियान के अन्तर्गत ग्रामों को टी०बी० मुक्त किया जा रहा है जिससे सम्पूर्ण जनपद टी०बी० मुक्त हो सके तथा माननीय प्रधानमंत्री जी के संकल्प वर्ष- 2025 में टी०बी० मुक्त भारत को पूर्ण किया जा सके। इस वर्ष इस कार्यक्रम की मुख्य विशेषता रही कि महिला प्रधान सम्मान लेने आई, एंव उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी के आहवाहन पर टी०बी० विषय पर बोली ब्लाक परसपुर के गाँव अकोरी के प्रधान तामकेश्वर सिंह ने टी०बी० विषय पर बोलते हुये कहा कि भारत सरकार की यह पहल अत्यन्त सराहनीय है तथा जनपद के जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी की पहल पर टी०बी० मरीजों को गोद लिये जाने का कार्यक्रम बहुत सफलता पूर्वक पूर्ण हुआ।
इस कार्यक्रम में बताते चलें कि ब्लाक बेलसर के गाँव मरगूबपुर, मनकापुर के ग्राम करनुपुरराजा, ब्लाक वजीरगंज के 02 गाँव, 02 गाँव मैनपुर एवं पहली, ब्लाक मुजेहना के गाँव शुक्लपुर ब्लाक हलधरमऊ के गॉव भुलभुलिया, ब्लाक बभनी एवं चकपान ब्लाक नवाबगंज के ब्लाक इटियाथोक के गाँव बरडॉड कुल 09 ऐसे ग्राम है जो वर्ष 2023 में भी टी०बी० मुक्त हुये थे तथा वर्ष 2024 में भी टी०बी० मुक्त घोषित हुई जिला पंचायत राज अधिकारी लाल जी दूबे एव विश्व स्वास्थ्य संगठन के सलाहकार डा० दीपक चतुर्वेदी को जिला क्षय रोग विभाग की तरफ से उनके द्वारा टी०बी० मुक्त कार्यक्रम में किये गये विशेष सहयोग हेतु मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया, जिलाधिकारी द्वारा सभी प्रधानों से अपील की इस वर्ष ऐसा प्रयास किया जाये कि वर्ष 2025 का ग्राम प्रधान सम्मान जब आयोजित हो तो जनपद गोण्डा के सभी गाँव टी०बी० मुक्त हो।
कार्यक्रम में जिला क्षय रोग अधिकारी डा० जयगोविन्द, एसीएमओ डा० आदित्य वर्मा, डीपीआरओ लालजी दूबे, डीसीपीएम डा० आरपी सिह, विश्व स्वास्थ्य संगठन सलाहकर डॉक्टर दीपक चौधरी, डीपीसी विवेक सारन तथा संबंधित ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों के साथ-साथ काफी संख्या में अन्य लोग भी उपस्थिति रहे।