गोंडा | जनपद में स्वच्छता और सतत विकास की दिशा में इन दिनों एक व्यापक और प्रभावी अभियान जारी है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा की पहल पर शुरू किया गया “स्वच्छ गांव, समृद्ध गोंडा – निगरानी अभियान” ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता को लेकर जागरूकता और सहभागिता को एक नई दिशा दे रहा है।
अभियान की सबसे खास बात यह है कि अब तक 51 ग्राम पंचायतों को QR कोड आधारित ई-रिक्शा सेवा से जोड़ा जा चुका है, जिसके माध्यम से ग्रामीण ग्राम पंचायत के OSR खातों में अब तक ₹21,760 का योगदान कर चुके हैं। यह नवाचार ग्राम स्तर पर वित्तीय पारदर्शिता और सहभागिता का एक नया मॉडल बनता जा रहा है।
अभियान के तहत 7 अप्रैल से प्रतिदिन सुबह 7:30 से 9:00 बजे तक मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्राम पंचायतों में चल रहे स्वच्छता कार्यों की *लाइव निगरानी* की जा रही है। जिला पंचायत राज अधिकारी एवं विकासखंड स्तरीय टीमें भी प्रतिदिन इस प्रक्रिया में सम्मिलित हो रही हैं।
अब तक 272 ग्राम पंचायतों में नाली व झाड़ी सफाई, संस्थागत स्वच्छता, एंटी लार्वा छिड़काव, फॉगिंग और ई-रिक्शा से कूड़ा संग्रहण जैसे कार्य सक्रियता से किए जा चुके हैं। साथ ही 51 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन, सामुदायिक शौचालय, जनसेवा केंद्र और कूड़ा प्रबंधन केंद्रों का निरीक्षण भी किया गया है।
अभियान में बेलसर, कर्नलगंज, हलधरमऊ और इटियाथोक ब्लॉकों का प्रदर्शन विशेष रूप से सराहनीय रहा है। वहीं कुछ क्षेत्रों में लापरवाही सामने आने पर संबंधित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर आवश्यक चेतावनी दी गई है।
डीएम नेहा शर्मा और सीडीओ अंकिता जैन की सघन निगरानी और कदम-दर-कदम फील्ड संवाद के चलते यह अभियान अब एक सरकारी कार्यक्रम से आगे बढ़कर जन सहयोग से संचालित स्वच्छता आंदोलन बनता जा रहा है।