गोंडा 6 मई 2025। महिला सशक्तिकरण और पारदर्शिता की दिशा में गोंडा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया जा रहा है। जिला प्रशासन के प्रयासों से 7 मई से ‘शक्ति संवाद’ नामक एक नई डिजिटल अनुश्रवण प्रणाली की शुरुआत होने जा रही है। यह पहल राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत स्वयं सहायता समूहों और महिला कैडरों की गतिविधियों और वित्तीय प्रक्रियाओं की लाइव निगरानी सुनिश्चित करेगी।
अब, हर दिन शाम 4 बजे जिले के विभिन्न विकासखंडों में महिलाओं द्वारा किए जा रहे कार्यों का डिजिटल अवलोकन किया जाएगा, जिससे यह व्यवस्था पारदर्शिता और सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देगी। यह तकनीकी पहल गोंडा को उत्तर प्रदेश में एक मॉडल जनपद के रूप में प्रस्तुत करेगी।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा, “‘शक्ति संवाद’ का उद्देश्य सिर्फ निगरानी करना नहीं, बल्कि ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता और सक्रिय भागीदारी को भी बढ़ावा देना है।”
इस पहल में स्वास्थ्य, कृषि, पशुपालन जैसे विभिन्न क्षेत्रों की बैंक सखियों, बीसी सखियों और कैडरों की भूमिका का डिजिटल रिकॉर्ड रखा जाएगा, जिससे विकासखण्डवार सत्यापन किया जाएगा और महिलाओं की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित होगी।
समूह एवं अन्य कैडर के क्रिया कलापों का सत्यापन रोज किया जाएगा। जबकि, इनके वित्त पोषण के संबंध में विकासखण्डवार सत्यापन करने का फैसला लिया गया है।
साप्ताहिक समीक्षा रोस्टर इस प्रकार है:
• बुधवार, 7 मई: हलधरमऊ, इटियाथोक, झंझरी और कटरा बाजार
• गुरुवार: मनकापुर, मुजेहना, नवाबगंज, पंडरी कृपाल
• शुक्रवार: परसपुर, रुपईडीह, तरबगंज, वजीरगंज
• अगले सोमवार: बभनजोत, बेलसर, छपिया, करनैलगंज
सीडीओ अंकिता जैन ने बताया कि ग्राम पंचायतों का चयन संबंधित विकासखंड द्वारा किया जाएगा। सूची पूर्व में गूगल शीट पर दर्ज की जाएगी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग लिंक एक दिन पहले विभागीय समूहों में साझा किया जाएगा। जिला स्तर पर उपायुक्त स्वतः रोजगार व जिला मिशन प्रबंधक, और ब्लॉक स्तर पर बीडीओ व अन्य अधिकारी नियमित सहभागिता करेंगे।
महिलाओं की आवाज बनेगा ‘शक्ति संवाद’
सीडीओ ने कहा कि यह कार्यक्रम ग्रामीण महिलाओं को केवल लाभार्थी नहीं, बल्कि नीति-निर्धारण की भागीदार बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह पारदर्शिता, तकनीक और भागीदारी का ऐसा संगम है जो आने वाले दिनों में गोंडा को प्रदेश में नेतृत्वकर्ता की भूमिका देगा।