गोंडा। जिले में अवैध मिट्टी खनन के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नरायनपुर माझा क्षेत्र में 23,705.5 वर्ग मीटर में अवैध खनन का खुलासा किया है। इस गंभीर मामले की जांच उप जिलाधिकारी करनैलगंज द्वारा की गई, जिसमें अवैध खनन के पुख्ता प्रमाण मिले। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने सभी आरोपियों के खिलाफ कठोर विधिक कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं।
*डीएम के निर्देश पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई*
जांच में पाया गया कि नरायनपुर माझा क्षेत्र में कई लोगों ने बिना अनुमति आधुनिक मशीनों से मिट्टी का अवैध खनन किया, जिससे पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान पहुंचने की संभावना है। प्रशासन ने इस मामले में सख्ती दिखाते हुए खनन नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। डीएम नेहा शर्मा ने स्पष्ट किया कि जिले में अवैध खनन को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन की इस कार्रवाई से खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जिले में अवैध खनन की किसी भी गतिविधि की तत्काल जांच कर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करें।
*प्रकरण-वार जांच का निष्कर्ष*
1. रामस्वारथ (गाटा संख्या 1222 और 1589) – इस खातेदार द्वारा अलग-अलग स्थानों से 19,572 वर्ग मीटर में अवैध मिट्टी खनन किए जाने की पुष्टि हुई है।
2. रामकेवल (गाटा संख्या 1223) – खातेदार द्वारा 1,164 वर्ग मीटर मिट्टी का अवैध खनन आधुनिक यंत्रों से किया गया।
3. ब्रह्मा प्रसाद (गाटा संख्या 1226) – भूमिहीन भूखंड से 144 वर्ग मीटर मिट्टी के अवैध खनन का मामला सामने आया।
4. त्रिवेनी प्रसाद (गाटा संख्या 1265) – 209 वर्ग मीटर मिट्टी का अवैध खनन किया गया, जिसमें आधुनिक मशीनों का उपयोग हुआ।
5. ननके पुत्र देवदत्त (गाटा संख्या 1294) – बिना अनुमति 1,966.50 वर्ग मीटर मिट्टी का खनन पाया गया, जिससे पर्यावरणीय क्षति की आशंका है।
6. देवता पुत्र रामसरन (गाटा संख्या 1302) – 650 वर्ग मीटर में अवैध मिट्टी खनन का मामला सामने आया।