गोंडा। तरबगंज तहसील के महरमपुर और रांगी गांव में कृषि अनुदान वितरण में हुई अनियमितताओं की शिकायत पर जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने त्वरित संज्ञान लिया और तेजी से कार्रवाई कर न्याय सुनिश्चित किया।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि कृषि अनुदान का सही तरीके से वितरण नहीं किया जा रहा है और इसमें अनियमितताएं की जा रही हैं। शिकायत की जांच में यह आरोप सही पाया गया। इसके बाद जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से लेखपाल नीतीश कुमार को उनके पद से हटाकर उन्हें रजिस्ट्रार कार्यालय, तहसील तरबगंज में संबद्ध कर दिया। साथ ही, उनके पूर्व के क्रियाकलापों और अनुदान वितरण में उनकी भूमिका की गहन जांच के निर्देश दिए गए।
इसके अलावा, जिलाधिकारी ने तहसीलदार तरबगंज को स्पष्ट निर्देश दिया कि अनियमितताओं की व्यापक जांच कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। साथ ही, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया।
इस मामले में जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा, “हम ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर पूरी तरह गंभीर हैं। किसी भी प्रकार की अनियमितता और भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी प्राथमिकता निष्पक्ष जांच और पीड़ितों को न्याय दिलाना है।”
जिलाधिकारी की इस त्वरित और सख्त कार्रवाई ने ग्रामीणों का प्रशासन पर विश्वास मजबूत किया है। ग्रामीणों ने सराहना करते हुए कहा कि उनकी शिकायतों को गंभीरता से सुनकर प्रशासन ने त्वरित न्याय सुनिश्चित किया। इस कार्रवाई से न केवल पीड़ित ग्रामीणों को राहत मिली है, बल्कि यह उन सभी अधिकारियों के लिए सख्त संदेश है जो अपने दायित्वों का सही तरीके से पालन नहीं करते हैं।