करनैलगंज गोंडा। एसडीएम के निर्देश पर नायब तहसीलदार कर्नलगंज ने छापेमारी करके सरकारी खाद्यान्न पकड़ा था। नायब कर्नलगंज के मुताबिक पूर्ति निरीक्षक महेश प्रसाद खाद्यान्न लदी गाड़ी अपने साथ ले गए। इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है और गंभीर सवाल उठ रहे हैं। जबकि विभागीय नियमों के मुताबिक पकड़े गए लावारिस सरकारी खाद्यान्न को सील करके विधिक कार्रवाई की जानी चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक ठेकेदार और कोटेदार की मिलीभगत से कालाबाजारी के लिए सरकारी खाद्यान्न कई दिनों से रखा था।खाद्यान्न ठेकेदार व जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से खुलेआम राशन कालाबाजारी गोरखधंधा चलता हुआ पाया गया। स सरकारी खाद्यान्न से भरी डेढ़ दर्जन से ज्यादा बोरी बरामद की गई थी। राजस्व विभाग और पुलिस टीम ने सरकारी राशन को अपने कब्जे में लिया था। बीते कई महीनों से कर्नलगंज क्षेत्र में सरकारी खाद्यान्न कालाबाजारी का कारोबार संचालित हो रहा है। खाद्यान्न विभाग के जिम्मेदार इस मामले से अनजान बने हुए हैं। खाद्यान्न ठेकेदार और कोटेदारों की सांठगांठ से यह गोरखधंधा चल रहा है। मामला करनैलगंज क्षेत्र के गोंडा-लखनऊ हाईवे स्थित मनोज धर्मकांटा कादीपुर का है।
एसडीएम भरत भार्गव ने बताया की पकड़ा गया खाद्यान्न आपूर्ति निरीक्षक को दे दिया गया है। इसके बारे में वही पता लगायेंगे की यह खाद्यान्न किसका है। इसका पता लगाना उनका काम है।