गोंडा। जिले का सबसे बड़ा मेला बन चुके कजरी तीज मेले में शिव भक्त कांवरियों के आस्था का सैलाब नजर आया। बुधवार को दोपहर बाद से कावरियों का जत्था कटरा घाट स्थित सरयू तट पर पहुंचने लगा। करीब तीन बजे के बाद सरयू तट पर काँवरियों की भीड़ दिखने लगी। श्रद्धालु स्नान कर पूजन अर्चन करते हुए विभिन्न शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने के लिए रवाना होने लगे। यह सिलसिला देर रात्रि तक चलता रहा। गुरुवार की सुबह होते ही सरयू तट पर पुनः कावरियों की भीड़ बढ़ने लगी औऱ कुछ ही देर बाद कावरियों के आने औऱ जाने की भीड़ दोनों ओर से बराबर दिखने लगा।
गोंडा से सरयू घाट तक बराबर श्रद्धालुओं का ताँता लगा रहा। बोल बम का नारा है, बाबा एक सहारा है। बाबा नगरिया दूर है, जाना बहुत जरूर है। जो बाबा को भूलेगा, वह रस्ते में झूलेगा के गगनभेदी नारों से सरयू से लेकर पूरा लखनऊ हाइवे गुंजायमान हो रहा था। इस मेले में प्रति वर्ष भोले बाबा का जलाभिषेक करने वाले शिवभक्तों की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी हो रही है। धूप व गर्मी होने के बाद भी भक्ति गीतों पर झूमते-नाचते श्रद्धालु आगे बढ़ रहे थे। वहीं कांवरियों की सुख सुविधा के लिये विभिन्न सामाजिक संगठन पंडाल लगाकर प्रसाद वितरित करते देखे गये। इस बार मेले में महिलाओं की भागीदारी अच्छी दिखी।
इन शिव मंदिरों के लिये कावंडिये भरते है जल
श्रद्धालु कटराघाट स्थित मां सरयू की पावन जल धारा में स्नान कर जल भरते हुए पूजन-अर्चन कर बाराबंकी जिले के लोधेश्वरनाथ महादेव मंदिर, गोंडा जिले के खरगूपुर स्थित पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर, व गोंडा शहर के दुखहरणनाथ मंदिर के साथ कर्नलगंज अंतर्गत बरखंडी नाथ महादेव मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए शिव भक्त कांवरिए रवाना हो रहे थे।
आस्था के इस सैलाब को नियंत्रित करने में पुलिस के छूटे पसीने
आस्था से सराबोर शिवभक्तों का सैलाब देखकर पुलिस प्रशासन के पसीने छूटने लगे। कावरियों की सुरक्षा के लिये सरयू घाट से लेकर गोंडा तक जगह जगह पुलिस की डियूटी लगाई गई थी। घाट व उसके आस पास सिविल ड्रेस में महिला व पुरुष पुलिस घूमती हुई नजर आई। इस सबसे बेखबर श्रद्धालू नंगे पांव अपनी धुन में शिवमन्दिर में जलाभिषेक करने के लिए आगे बढ़ते रहे।
काँवरियों की सुविधा के लिए हुआ रूट डायवर्जन
गुरूवार को होने वाले कांवरियों की भीड़ के चलते जिला प्रशासन ने बुधवार की रात्रि से ही गोंडा-लखनऊ मार्ग का डायवर्जन कर दिया। बिजली पानी भी इंतजाम रात्रि में ही कर लिया गया था।
बुधवार की शाम से ही सरयू तट पर पहुंच रहे कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए लोग दस लाख से अधिक कावरियों द्वारा मां सरयू की पावन जल धारा मे जल भरने का अंदाजा लगा रहे है।
गहरे पानी में न जाने के लिए श्रद्धालुओ को समझाती रही पुलिस
सरयू घाट पर उमड़ी कांवड़ियों की अपार भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस प्रशासन के पसीने छूट रहे थे। श्रद्धालु गहरे पानी में न जाएं इसके लिए अधिकारी व कर्मचारी के साथ पुलिस बल मोटरबोट पर सवार होकर कांवरियों को सुरक्षा घेरे के अंदर ही स्नान करने लिए समझाते नजर आए।