गोंडा दिनांक 17 जनवरी। लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज, गोंडा के ललिता शास्त्री सभागार में एक भव्य वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का विषय था “*नए भारत के निर्माण की जिम्मेदारी किसकी अधिक: ‘युवा पीढ़ी’ या ‘सरकार’?”* यह विषय न केवल वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अत्यंत प्रासंगिक है, बल्कि देश की प्रगति में युवाओं और सरकार की भूमिकाओं को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण विमर्श भी प्रस्तुत करता है। प्रतियोगिता में छात्रों ने बड़े उत्साह और आत्मविश्वास के साथ भाग लिया और अपने विचार व्यक्त किए।
प्रतियोगिता में 79 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें विवेक कुमार गुप्ता, सौम्या सिंह, संदीप तिवारी, जय प्रकाश मिश्र, अभिषेक शुक्ला, दीप्ति, हर्ष कुमार, रितिका, और मनोज तिवारी प्रमुख रूप से शामिल थे। प्रतिभागियों ने अपने तर्कों को तथ्यों, उदाहरणों, और व्यक्तिगत दृष्टिकोणों के आधार पर प्रस्तुत किया। कुछ ने युवा पीढ़ी को देश के निर्माण का मुख्य स्तंभ माना, जबकि कुछ ने यह तर्क दिया कि सरकार की नीतियां और निर्णय ही समाज की दिशा निर्धारित करते हैं। इस प्रकार, प्रतियोगिता ने युवाओं और सरकार की भूमिकाओं को गहराई से समझने का अवसर प्रदान किया।प्रोफेसर शिवशरण शुक्ला, प्रोफेसर मंसाराम वर्मा, और डॉ. शैलेश कुमार निर्णायक मंडल में शामिल हुए।
इन निर्णायकों ने प्रतिभागियों की तर्कशीलता, प्रस्तुति शैली, और विषय पर पकड़ का गहन मूल्यांकन किया। उनके निर्णय के अनुसार, *सौम्या सिंह* ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए *प्रथम* स्थान प्राप्त किया। उनकी प्रस्तुति में विषय की गहराई और तर्क की मजबूती ने सभी को प्रभावित किया। *द्वितीय स्थान *दीप्ति* को प्रदान किया गया, जिन्होंने अपने विचारों को प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया। *तृतीय स्थान संदीप तिवारी* ने प्राप्त किया, जिन्होंने अपनी प्रस्तुति में तार्किकता और संतुलन का अच्छा समावेश किया।
कार्यक्रम के दौरान कॉलेज के उपस्थित शिक्षकों में डॉ. परवेज आलम, डॉ. मनीष मोदनवाल, डॉ. वंदना भारतीय डॉ. अच्युत शुक्ला, और डॉ. प्रतिभा सिंह शामिल थे। इन शिक्षकों ने प्रतियोगिता के आयोजन और प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही, उनकी उपस्थिति ने विद्यार्थियों को और भी प्रेरित किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. शैलजा सिंह ने किया, जिनकी कुशल प्रस्तुति और संचालन शैली ने पूरे आयोजन को सुचारू और प्रभावी बनाया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. लोहंस कुमार कल्याणी थे, जिन्होंने प्रतियोगिता के सफल आयोजन में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके निर्देशन में कार्यक्रम का आयोजन अत्यंत व्यवस्थित और प्रभावशाली ढंग से संपन्न हुआ।
नैक समन्वयक प्रो जितेंद्र सिंह ने बताया की युवा उत्सव पखवाड़ा के अंतर्गत *वाद विवाद प्रतियोगिता* का आयोजन न केवल विद्यार्थियों के बौद्धिक विकास और उनके विचारों को प्रस्तुत करने के लिए मंच प्रदान करने का माध्यम बना, बल्कि यह नए भारत के निर्माण में युवाओं और सरकार की भूमिकाओं पर जागरूकता फैलाने का भी प्रयास है ।प्रतिभागियों ने अपने विचारों के माध्यम से दर्शाया कि कैसे युवा अपनी ऊर्जा, विचारशीलता, और कर्मठता से देश के निर्माण में योगदान दे सकते हैं। साथ ही, सरकार की नीतियों और योजनाओं की प्रभावशीलता पर भी प्रकाश डाला गया।
प्रतियोगिता के अंत में निर्णायकों और शिक्षकों ने विजेताओं को बधाई दी ।उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से न केवल उनके व्यक्तित्व का विकास होता है, बल्कि उन्हें समाज और देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझने का अवसर भी मिलता है।प्राचार्य प्रो रवींद्र कुमार ने बताया कि युवा उत्सव पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित की जा रही प्रतियोगिताओं के विजयी विद्यार्थियों को गणतंत्र दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा ।प्रतियोगिता न केवल ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक रही, बल्कि यह छात्रों को अपने विचारों को प्रस्तुत करने और उनकी क्षमताओं को निखारने का एक सशक्त माध्यम भी बनी।