गोण्डा। लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज, गोंडा की प्रबंध समिति की उपाध्यक्ष वर्षा सिंह ने हाल ही में केंद्रीय उच्च शिक्षा मंत्री और हरियाणा प्रदेश प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से महत्वपूर्ण मुलाकात की। यह मुलाकात ग्रामीण अंचल के महाविद्यालयों की शिक्षा प्रणाली के उन्नयन और उनके समग्र विकास के मुद्दे पर केंद्रित थी।
मुख्य उद्देश्य रहा कि उन महाविद्यालयों की स्थिति पर चर्चा करना जो ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं और जिन्हें शहरी महाविद्यालयों की तुलना में पर्याप्त संसाधन और अवसर प्राप्त नहीं हो पाते। वर्षा सिंह ने मंत्री के सामने महाविद्यालयों की जरूरतों और चुनौतियों को स्पष्ट रूप से रखा और उनके विकास के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी प्रस्तुत किए।
ग्रामीण अंचल के महाविद्यालयों में बुनियादी ढांचे की कमी, तकनीकी संसाधनों की अनुपलब्धता और शिक्षकों की गुणवत्ता जैसे मुद्दे इस मुलाकात के दौरान चर्चा के मुख्य बिंदु रहे। वर्षा सिंह ने इन महाविद्यालयों में डिजिटल लर्निंग के प्रसार और आधुनिक तकनीकी सुविधाओं की उपलब्धता पर जोर दिया, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र भी शहरी छात्रों के बराबर खड़े हो सकें और प्रतिस्पर्धा में पीछे न रहें।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने वर्षा सिंह के इस प्रयास की सराहना की और उन्हें आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार ग्रामीण अंचल के महाविद्यालयों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे महाविद्यालयों को सशक्त बनाने के लिए केंद्र द्वारा नई योजनाओं और नीतियों पर विचार किया जा रहा है, जिससे छात्रों को बेहतर शैक्षणिक सुविधाएं और अवसर प्रदान किए जा सकें।
इस बैठक से यह स्पष्ट होता है कि भविष्य में ग्रामीण अंचल के महाविद्यालयों के विकास के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। वर्षा सिंह जी का यह प्रयास निश्चित रूप से ग्रामीण छात्रों के लिए नई उम्मीदें लेकर आया है, जो शिक्षा के माध्यम से अपने जीवन को बेहतर बनाना चाहते हैं।
लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज गोंडा का यह महत्त्वपूर्ण कदम ग्रामीण शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाने की दिशा में एक बड़ी पहल है।