बालपुर गोंडा। क्षेत्र में विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान कागजों तक सिमट कर रह गया है। गावों में साफ सफाई के साथ दवाओं का छिड़काव के निर्देश के बावजूद धरातल पर कोई कार्य सुचारु रूप से नहीं होता दिख रहा है। इससे इस अभियान पर यहां सवालिया निशान लगता नजर आ रहा है। विभागीय अधिकारी एक दूसरे विभाग के ऊपर टोपी ट्रांसफर करने में लगे हुए है।
हलधरमऊ विकास क्षेत्र में कुल 68 ग्राम पंचायतें हैं। इस क्षेत्र में युद्धस्तर पर विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान संचालित करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से 29 टीमें लगाई गई हैं। इसमें स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास परियोजना, पंचायतीराज विभाग व बेसिक शिक्षा विभाग समेत 4 विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की इसमें ड्यूटी लगाई गई है। इन चारों विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों से बात करने पर पता चला कि सभी एक दूसरे के कंधे पर रखकर बन्दूक चलाते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। इससे इतना महत्वपूर्ण यह अभियान कागजों तक सीमित होकर रह गया है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 1 से शुरु होकर 31 अक्टूबर तक चलाया जा रहा है। इसी बीच 11 से 31 अक्टूबर तक दस्तक अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके तहत आशा गावों में घर घर जाकर ग्रामीणों को अच्छे स्वास्थ्य व सफाई के प्रति प्रेरित करेंगी। सफाईकर्मी गांव गांव जाकर सफाई अभियान चलाएंगे। सभी ग्रामों में संचारी रोगों से निपटने को लेकर झाड़ियां काटकर नालियों की सफाई करके दवाओं का छिड़काव किया जाना है। इस अभियान में शामिल सभी विभागों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक गौरवाखुर्द स्वास्थ्य उपकेन्द्र की एएनएम रेशमी, गद्दोपुर की एएनएम गरिमा, बरांव की एएनएम नेहा गुप्ता, धोबहाराय की एएनएम संध्या, बी बी सिंह की एएनएम अर्चना वर्मा, सोनहरा की एएनएम वर्षा सिंह, भैरमपुर की एएनएम अर्चना ओझा, धमसड़ा की एएनएम संगीता चौधरी, बालपुर पीएचसी की एएनएम शालिनी शुक्ला, मैजापुर की एएनएम सुशीला देवी, नगवाकला की एएनएम सुनीता देवी, नहवा परसौरा की एएनएम शिवांशी, पहाड़ापुर की एएनएम करिश्मा, सेल्हरी की एएनएम साधना विश्वकर्मा, हरसिंहपुर की एएनएम रोमन तिवारी, कैथोला की एएनएम मधुलता, निंदूरा की एएनएम सरवरी बेगम, परसागोंडरी की एएनएम विंदवाशनी, छिटनापुर की एएनएम श्रीमती, पतिसा की एएनएम सुमनलता,चकसेनिया की एएनएम माया शर्मा, मीनापुर की एएनएम पूजा चौहान, हलधरमऊ की एएनएम दुर्गेश तिवारी, झौंहना की एएनएम कुशलावती सिंह, कौंडहा जगदीशपुर की एएनएम मीनाक्षी गौतम, कमालपुर की एएनएम ज्योति, मलौना की एएनएम अमृतांश, भोंका की एएनएम लक्ष्मी व पड़रिया की एएनएम अनीता वर्मा समेत 29 स्वास्थ्य उपकेंद्रों की एएनएम विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान का गावों में नेतृत्व कर रही हैं।
इस बारे में पूछने पर हलधरमऊ ब्लाक सीएचसी अधीक्षक डा. सन्त प्रताप वर्मा ने बताया कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान अकेले स्वास्थ्य विभाग की ओर से नहीं चलाया जा रहा है। इसमें कई विभागों के अधिकारियों कर्मचारियों को शामिल किया गया है। इसको सफल बनाने को लेकर सभी की बराबर जिम्मेदारी है। बाल विकास परियोजना अधिकारी नंदिनी घोष ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की जिम्मेदारी केवल अति कुपोषित बच्चों की सूची बनाना है और ऐसे बच्चों का वजन लेना है। सहायक पंचायतीराज अधिकारी राजेश कुमार वर्मा ने दावा किया कि गावों में संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान संचालित किया जा रहा है। इससे सम्बंधित कोई तथ्यपरक जानकारी वह नहीं मुहैया करा पाए।
इस तरह से संचारी रोग नियंत्रण व विशेष दस्तक अभियान विभागों की आपसी खींचतान में उलझा हुआ दिखाई पड़ रहा है। खण्ड शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार तिवारी ने बताया कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान के तहत शिक्षक बच्चों की रैलियां निकालकर उनको मच्छर जनित बीमारियो के प्रति जागरुक कर रहे हैं। साथ में उनके अभिभावकों की बैठकें करके उनको जागरुक किया जा रहा है। डीसीटीएन कटरा बाजार धनिकराज ने बताया कि इसमें जिन विभागों को शामिल किया गया इस अभियान को सफल बनाने की सभी की सामूहिक जिम्मेदारी बनती है।