प्रयागराज। तीर्थराज प्रयागराज में विश्व के सबसे विशाल आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम ‘महाकुम्भ का सोमवार को शुभारंभ हो गया। इस अवसर पर सीएम योगी ने श्रद्धालुओं, साधु संतों, महात्माओं, कल्पवासियों और आगंतुकों का स्वागत करते हुए महाकुम्भ के प्रथम स्नान की शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक है। यह आयोजन ‘अनेकता में एकता’ की भावना को सजीव करता है। माँ गंगा की पवित्र धारा में स्नान करते हुए साधना करने आए सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण हों।
उन्होंने कहा कि यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि सनातन संस्कृति और परंपराओं के वैश्विक गौरव का प्रतीक भी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि महाकुम्भ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। स्वच्छता, सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, यातायात और आवासीय प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया गया है।
पौष पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और मां सरस्वती की पावन जलधारा में स्नान किये। संगम तट पर आध्यात्मिक उल्लास और धार्मिक आस्था का अद्वितीय नजारा देखने को मिला। देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं के लिए महाकुम्भ जीवन का अद्वितीय अनुभव बन रहा है।
आइए महाकुम्भ 2025 में सहभागी बनकर सनातन संस्कृति की इस गौरवशाली परंपरा का हिस्सा बनें। माँ गंगा की कृपा से आपका जीवन सुख, शांति और समृद्धि से परिपूर्ण हो।