गोण्डा। मनरेगा कार्यों में अनियमितता की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बड़ी कार्रवाई की है। ब्लॉक मुजेहना की ग्राम पंचायत मूसापुर में पक्की सड़क से मनोरमा नदी तक कराए जा रहे मिट्टी पटाई कार्य में गड़बड़ी पाए जाने पर जिलाधिकारी ने जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
जांच रिपोर्ट में पाया गया कि कार्य एवं मापी में भारी अंतर है। फोटो अपलोडिंग में भी अनियमितता मिली है। इस मामले में जिलाधिकारी ने ब्लॉक के संबंधित एपीओ (अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी) के खिलाफ लिखित चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए हैं।
इसके अलावा जिलाधिकारी ने रोजगार सेवकों के कार्यों की निगरानी और गाइडलाइंस के कड़ाई से अनुपालन के लिए जिला मनरेगा समन्वयक को सख्त निर्देश दिए हैं।
गड़बड़ी की गहराई से जांच के लिए जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने दो सदस्यीय तकनीकी टीम का गठन किया है। इस टीम में उपायुक्त उद्योग गोंडा और अधिशासी अभियंता नलकूप खंड गोंडा को शामिल किया गया है। जिलाधिकारी ने समिति को 7 दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं।
यह मामला विकासखंड मुजेहना की ग्राम पंचायत मूसापुर का है, जहां मनरेगा योजना के तहत पक्की सड़क से मनोरमा नदी तक मिट्टी पटाई का कार्य कराया जा रहा था। जांच में खुलासा हुआ कि कार्य स्थल पर तकनीकी खामियों का सहारा लेकर फर्जी हाजिरी बनाई गई और एक ही व्यक्ति की फोटो को अलग-अलग स्थानों पर अपलोड कर उपस्थिति दर्शाई गई।
जिलाधिकारी के निर्देश पर उपायुक्त श्रम-रोजगार, महात्मा गांधी नरेगा योजना कार्यालय ने स्थलीय निरीक्षण कर अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की।
जिलाधिकारी की इस सख्ती से मनरेगा कार्यों में पारदर्शिता और जिम्मेदारी तय करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। साथ ही प्रशासन की सख्त निगरानी से मनरेगा कार्यों में गड़बड़ी करने वालों पर लगाम कसने की तैयारी है।