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डीएम की सख्ती कस्तूरबा विद्यालयों में 10 दिन में 90 प्रतिशत पहुंची छात्राओं की उपस्थिति

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गोण्डा: जनपद के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की स्थिति में सुधार के लिए जिलाधिकारी नेहा शर्मा की सख्ती के नतीजे अब सामने आने लगे हैं। महज 10 दिनों के भीतर जिलाधिकारी के निर्देश पर कराए गए पुनः औचक निरीक्षण में इन विद्यालयों में छात्राओं की उपस्थिति 30% से बढ़कर 90% तक पहुंच गई है। सभी छात्रावासों में इनवर्टर, कूलर, आरओ और सीसीटीवी कैमरे जैसी सुविधाएं अब क्रियाशील पाई गई हैं।
बता दें, अप्रैल माह के पहले सप्ताह में जिलाधिकारी द्वारा 17 कस्तूरबा विद्यालयों के औचक निरीक्षण के दौरान स्टाफ की अनुपस्थिति और छात्राओं की कम उपस्थिति जैसी गंभीर कमियां सामने आई थीं। इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्होंने शिक्षा विभाग को 10 दिनों की समयसीमा देते हुए सख्त निर्देश जारी किए थे। परिणामस्वरूप जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार तिवारी के नेतृत्व में पुनः निरीक्षण कराया गया, जिसकी रिपोर्ट इस बार संतोषजनक रही।

*विद्यालयों में आए बदलाव:*
• अधिकांश विद्यालयों में छात्राओं की उपस्थिति 70 से 90 प्रतिशत तक दर्ज की गई।
• जो छात्राएं अनुपस्थित थीं, उनका विवरण आवागमन पंजिका में दर्ज था, और अधिकांश चिकित्सकीय कारणों से घर गई थीं।
• लंबे समय से अनुपस्थित छात्राओं के परिजनों से संपर्क कर उन्हें शीघ्र विद्यालय भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
• सभी विद्यालयों में शैक्षिक गतिविधियां सामान्य रूप से संचालित पाई गईं; शिक्षकों को लर्निंग आउटकम पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए।
• छात्रावासों में इनवर्टर, कूलर, आरओ और सीसीटीवी कैमरे क्रियाशील पाए गए, हालांकि कुछ कूलर खराब थे, जिन्हें शीघ्र ठीक कराने के निर्देश दिए गए हैं।
• भोजन मेन्यू के अनुसार तैयार किया गया तथा छात्रावासों की व्यवस्था संतोषजनक रही।
• राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा 13 विद्यालयों में टॉयलेट ब्लॉक निर्माण कार्य प्रगति पर है।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि विद्यालयों में छात्राओं की उपस्थिति में सकारात्मक बदलाव देखने को मिला है। इस स्थिति को बनाए रखने हेतु निरंतर पर्यवेक्षण के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि अब प्रत्येक सप्ताह निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए, जिससे गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।

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