गोण्डा। जिले के करनैलगंज क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध खनन हो रहा है। यहाँ प्रशासन की कार्रवाई महज कागजों तक सीमित है और अवैध खननकर्ताओं के हौसले काफी बुलंद हैं।
इसी क्रम में धनावा निवासी मोहित राम ने अवैध खनन करने वालों के विरुद्ध शिकायत की थी। इसमें उपजिलाधिकारी के निर्देश पर जांच हुई जिसमें अवैध खनन पाया भी गया लेकिन कार्रवाई के नाम पर यह बताया गया की रिपोर्ट भेजी जाएगी। यही नहीं अवैध खनन करने वाले बेखौफ दबंगों ने रातों-रात चारागाह, चकमार्ग और खाता धारकों की करीब सौ बीघे से अधिक भूमि खोदकर मिट्टी और बालू निकालकर बिक्री कर दिया है। रविवार को प्रशासन ने खनन करने व कराने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही है।
उपजिलाधिकारी भारत भार्गव और तहसीलदार मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर नायब तहसीलदार अल्पिका वर्मा, राजस्व निरीक्षक राम बहादुर पाण्डेय, लेखपाल रमेश चंद्र की संयुक्त टीम ग्राम नारायनपुर मांझा पहुंची। वहां अवैध खनन को देखकर अधिकारी दंग रह गए। नारायनपुर मांझा गांव में करीब सौ बीघे से अधिक भूमि पर खनन किया गया। जिसमें चारागाह, ग्राम समाज, चकमार्ग और खाता धारकों की भूमि शामिल है। राजस्व विभाग की टीम ने पूरी तरह सभी खनन की पैमाइश करते हुए कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।
कई महीनों से ग्राम नारायनपुर मांझा, हीरापुर कमियार, पारा, बटौरा बख्तावर में अवैध खनन का धंधा बड़े पैमाने पर चल रहा था। वहां रातों-रात मिट्टी खोदने के साथ-साथ बालू निकालकर भी बिक्री किया जा रहा था। दर्जनों डंपर और ट्रैक्टर ट्राली, जेसीबी से मिट्टी खनन को अंजाम दिया गया। शनिवार की रात्रि दो जेसीबी और आधा दर्जन से अधिक डंपर लगाकर खनन किया जा रहा था। इसकी सूचना पर राजस्व विभाग की टीम मौके पर गई तो खनन माफिया भाग निकले।रविवार को दिन में उनके विरुद्ध करवाई शुरू की गई। इसमें चारागाह, ग्राम समाज व चकमार्ग की सरकारी जमीनों को खोदकर करीब आठ फीट गहरा गड्ढा कर दिया गया है और यह खनन सरयू नदी के किनारे होने के बावजूद किया गया है। इससे बाढ़ के समय ग्रामीणों को महीनो तक बाढ़ का दंश झेलना पड़ेगा।
तहसीलदार मनीष कुमार, नायब तहसीलदार अल्पिका वर्मा ने बताया कि जहां-जहां खनन किया गया है उसकी पैमाइश कर ली गई है। घन मीटर के मुताबिक खनन पर जुर्माना और खनन करने वाले लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। मामले में पूरी रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को भेजी जा रही है। इस संबंध में उपजिलाधिकारी भारत भार्गव का कहना है कि खनन करने वालों के विरुद्ध हम सीधे तौर पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकते हैं,रिपोर्ट तैयार करके खनन विभाग को कार्रवाई के लिए भेजी जा रही है।